हाई-क्वालिटी टिकटॉक वीडियो बनाने के लिए चाहिए था अच्छा मोबाइल, युवक ने लूटा आईफोन
वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटॉक का जादू लोगों के सर चढ़कर बोल रहा है। कुछ लोग इसके इतने आदी हो गए हैं कि लूटपाट तक करने लगे है। जी हां, दिल्ली में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने टिकटॉक के लिए हाई क्वालिटी वीडियो बनाने के लिए आईफोन लूट लिया। जब आरोपी युवक पुलिस के हत्थे चढ़ा तो इस बात का खुलासा हुआ। आइये, जानते हैं कि यह पूरा मामला क्या है।
फोन खरीदने की बजाय चुना लूट का रास्ता
पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार से पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि वह टिकटॉक पर वीडियो पोस्ट कर पैसे कमाता है। उसके फोन से हाई-क्वालिटी वीडियो नहीं बनते थे। इसलिए उसे एक ऐसे फोन की जरूरत थी, जिससे वह हाई-क्वालिटी वीडियो बना सके। यह फोन खरीदने की बजाय उसने लूटने का रास्ता अपनाया। इसके लिए आरोपी युवक ने ऑनलाइन अपना फोन बेचने वाले लोगों को निशाना बनाया।
फोन छीनकर भागा आरोपी
दरअसल, बुधवार को प्रीत विहार थाने में जतिन छाबड़ा नामक शख्स ने शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया कि उसने अपना आईफोन बेचने के लिए एक वेबसाइट पर एड दी थी। इस पर उसे आरोपी युवक का फोन आया और उसने यह फोन खरीदने की बात कही। दोनों में 80,000 रुपये पर बात फिक्स हुई। जब जतिन आरोपी युवक को फोन देने गया तो वह फोन छीनकर और बिना पैसे दिए ही भाग गया।
शनिवार को पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी
आरोपी युवक की पहचान गौतमबुद्ध नगर के जतिन नागर के रूप में हुई है। वह गाजियाबाद में एक कॉल सेंटर में काम करता है। पुलिस ने उसके पास से छीना हुआ फोन और घटना में इस्तेमाल की गई बाइक को जब्त कर लिया है।
टिकटॉक की आदी महिला ने की आत्महत्या
कुछ दिन पहले तमिलनाडु में टिकटॉक की आदी एक महिला ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। दरअसल, राज्य के अरियालुर में रहने वाली दो बच्चों की मां अनिता टिकटॉक पर काफी एक्टिव रहती थी। इसी बात को लेकर उसके पति ने उसे डांट दिया था। इससे नाराज होकर महिला ने जहर पी लिया। इसका उसने वीडियो भी रिकॉर्ड किया, जिसमें वह अपने पति से बच्चों का ध्यान रखने को कह रही है।
भारत में एक बार बैन हो चुकी है टिक-टॉक
मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै बेंच ने 3 अप्रैल को वीडियो ऐप टिक-टॉक को लेकर केंद्र सरकार को निर्देश दिया था। कोर्ट ने केंद्र को टिक-टॉक की डाउनलोडिंग पर बैन लगाने को कहा था। इसके साथ हाई कोर्ट ने मीडिया को भी यह निर्देश दिया है कि टिक-टॉक पर बने वीडियो का प्रसारण न किया जाए। कोर्ट का कहना था कि इसके माध्यम से अश्लील सामग्री परोसी जा रही है, जो बच्चों के लिए काफी हानिकारक है।
24 अप्रैल को हटा था बैन
24 अप्रैल को मद्रास हाई कोर्ट ने टिक-टॉक पर लगे बैन को हटा लिया था। जस्टिस किरूबकारन और जस्टिस एसएस सुंदर की बेंच ने इसकी डाउनलोडिंग पर लगे बैन को हटाने का आदेश दिया।