दिल्ली में बिगड़ती जा रही है हवा की गुणवत्ता, आनंद विहार में 400 पार पहुंचा AQI
क्या है खबर?
दीवाली का त्योहार आने से पहले दिल्ली-NCR की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है। कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।
इसके कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार सुबह आनंद विहार में AQI 405 (गंभीर) दर्ज किया गया।
इसी तरह ITO और आसपास के इलाकों में 361 और बवाना में AQI 398 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब" श्रेणी में आता है।
चेतावनी
CPCB ने जारी की चेतावनी
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सुबह विवेक विहार में AQI 403 तक पहुंच गया। ऐसे AQI के संपर्क में लंबे समय तक रहने से सांस की तकलीफ हो सकती है और श्वसन संबंधी बीमारियां हो सकती हैं।
CPCB ने इन बिगड़ते हालातों को देखते हुए लोगों से घर से बाहर निकलने से पहले AQI स्तर की जांच करने की सलाह दी है। विशेष रूप से बुजुर्गों और बीमारियों से ग्रसित लोगों को सावधानी बरतने को कहा गया है।
ट्विटर पोस्ट
दिल्ली में बिगड़ते हवा के हालातों पर लोगों की प्रतिक्रिया
#WATCH | Delhi: A cyclist says, "We are facing a lot of problems due to pollution. We take precautions also but nothing is worth..." https://t.co/MqP4qZOxSS pic.twitter.com/dUUvI9xhSp
— ANI (@ANI) October 27, 2024
प्रयास
MCD ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए आवंटित किया बजट
इधर, दिल्ली नगर निगम (MCD) ने हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए 12 शहरी क्षेत्रों में 2.4 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
प्रत्येक जोन को धूल नियंत्रण उपायों और स्प्रिंकलर को चालू करने के लिए विशेष रूप से 20 लाख रुपये भी दिए जाएंगे।
एंटी-स्मॉग गन और धूल निरोधक साधनों का अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाएगा, जबकि धूल नियंत्रण उपायों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए निर्माण स्थलों की बारीकी से निगरानी की जाएगी।
सफाई
लोक निर्माण विभाग सड़कों की सफाई सुनिश्चित करेगा
लोक निर्माण विभाग (PWD) को सड़कों की साप्ताहिक सफाई सुनिश्चित करने के लिए दैनिक जांच करने का काम सौंपा गया है।
ऊंची इमारतों पर मैकेनिकल रोड स्वीपिंग (MRS) ट्रक और रोटेटिंग स्मॉग-गन भी लगाए जाने की उम्मीद है।
बता दें कि वायु प्रदूषण की स्थिति में 0-50 AQI को 'अच्छा', 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 200-300 को 'खराब', 301-400 को 'बहुत खराब' तथा 401-450 को 'गंभीर' और 450-500 को 'अति गंभीर' माना जाता है।