दिल्ली के 14 इलाकों की हवा हुई 'गंभीर', धुंध के कारण प्रभावित हुई 107 उड़ानें
दिल्ली की हवा में घुला जहर कम नहीं हो रहा है। रविवार सुबह दिल्ली में हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में रही। शहर के 14 से अधिक क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 से अधिक दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, बवाना में सबसे अधिक 471 AQI दर्ज किया गया। इस स्तर का AQI लोगों की सेहत के लिए हानिकारक है। यह स्वस्थ लोगों को भी श्वसन संबंधी बीमारियों की चपेट में ला सकता है।
धुंध के कारण प्रभावित हुए 107 उड़ानें
बढ़ते प्रदूषण के कारण सुबह दिल्ली के अधिकतर इलाकों में धुंध की मोटी चादर देखी गई। इससे दृश्यता काफी कम हो गई। फ्लाइटराडार के अनुसार, इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डे पर दृश्यता सुबह साढ़े 7 बजे के आसपास 800 मीटर तक गिर गई, जिसके कारण 107 उड़ानें देरी से चली और 3 को रद्द कर दिया गया। इसी तरह धुंध के कारण कई ट्रेनें भी अपने निर्धारित समय से देरी से चली। इससे यात्रियों को परेशानी हुई।
बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए GRAP का तीसरा चरण लागू
CPCB के अनुसार, अशोक विहार और जहांगीरपुरी में 467, मुंडका और वजीरपुर में 463, पंजाबी बाग 448 और पूसा 426 AQI दर्ज किया गया। इसी तरह लोधी रोड, बुराड़ी क्रॉसिंग और श्री अरबिंदो मार्ग पर AQI करीब 350 रहा। राजधानी में वायु प्रदूषण से बचने के लिए 14 नंवबर से ही ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण लागू है। इसमें BS III पेट्रोल और BS IV डीजल वाहनों के संचालन पर पूरी तरह से प्रतिबंध शामिल है।
अधिकारियों ने प्रतिबंधों के उल्लंघन पर तेज की कार्रवाई
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच अधिकारियों ने प्रतिबंधों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। दिल्ली पुलिस ने GRAP के तीसरे चरण के प्रतिबंधों के पहले दिन वाहन उल्लंघन के लिए लगभग 550 चालान काटकर करीब 1 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला। गुरुवार को दिल्ली के वायु प्रदूषण में पराली जलाने का 37 प्रतिशत योगदान रहा। इसी तरह कुल प्रदूषण का लगभग 12 प्रतिशत वाहनों से निकलने वाले धुंए के कारण रहा।