असहिष्णुता और महिलाओं के खिलाफ हिंसा से होगा भारत के आर्थिक विकास को नुकसान- आदि गोदरेज
देश के जाने-माने उद्योगपति आदि गोदरेज ने देश में बढ़ रही असहिष्णुता पर चिंता जताई है। मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए गोदरेज ने कहा कि असहिष्णुता, नफरत वाले अपराध और मॉरल पुलिसिंग की वजह से देश के आर्थिक विकास पर भी असर पड़ सकता है। उन्होंने कहा एक तरफ केंद्र सरकार पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने पर जोर दे रही है, वहीं जातिगत हिंसा, असहिष्णुता आदि होने से इसे नुकसान हो सकता है।
देश को सता रही है गरीबी- गोदरेज
गोदरेज ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सामाजिक सौहार्द्र को बनाए रखने के लिए असहिष्णुता, नफरत वाले अपराध, महिलाओं के खिलाफ अपराध, मॉरल पुलिसिंग, जातिगत हिंसा आदि को नहीं रोका गया तो इससे आर्थिक विकास प्रभावित होगा। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि देश को भारी गरीबी सता रही है। यह स्थिति विकास की गति को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है और हमें क्षमताओं को पहचानने से रोक सकती है।
बेरोजगारी दर का किया जिक्र
गोदरेज ने देश में बढ़ रही बेरोजगारी दर का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी दर पिछले चार दशकों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इसे जल्द काबू करने की जरूरत है। उन्होंने अपने संबोधन में देश के सामने खड़े जलसंकट और खराब चिकित्सा सुविधा के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि खराब चिकित्सा सुविधाओं से लोग परेशान हैं। ये अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। इसके लिए युद्धस्तर पर तैयारियां की जानी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी को दी बधाई
गोदरेज ने प्रधानमंत्री मोदी को नए भारत का निर्माण और अर्व्यवस्था का आकार 5,000 अरब डॉलर तक पहुंचाने के योजना के लिए बधाई दी। बता दें, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि वो एक ऐसे भारत की उम्मीद करते हैं जहां भय और संदेह का माहौल नहीं हो और राजनीतिक नेतृत्व पर जवाबदेह होने का भरोसा किया जा सके।
गोदरेज लिमिटेड के मानद चेयरमैन हैं आदि गोदरेज
आदि गोदरेज देश के जाने-माने उद्योगपति और गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड के मानद चेयरमैन हैं। मुंबई में जन्मे गोदरेज की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई में हुई। उन्होंने HL कॉलेज से ग्रेजुएशन किया और MIT स्लोअन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से MBA किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद गोदरेज भारत लौट आए और पारिवारिक व्यवसाय में शामिल हो गए। भारत सरकार ने साल 2012 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया था। इसके अलावा उन्हें कई और सम्मान भी मिल चुके हैं।