दिग्विजय सिंह को आतंकवादी कहने के लिए साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को चुनाव आयोग का तीसरा नोटिस
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को आतंकवादी बोलने के लिए चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को नोटिस जारी किया है। इस चुनावी दौर में साध्वी प्रज्ञा को चुनाव आयोग का यह तीसरा नोटिस है। इससे पहले उन्हें 2008 मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे और बाबरी मस्जिद पर विवादित बयान देने के लिए नोटिस मिला था। लेकिन उनकी भाषा में सुधार नहीं आया और अब दिग्विजय को लेकर विवादित बयान दे डाला।
'आतंकी के समापन के लिए संन्यासी को खड़ा होना पड़ा'
गुरुवार को भोपाल के सीहोर में साध्वी प्रज्ञा ने कहा था, "16 साल पहले उमा दीदी ने उसे हराया था और वह 16 साल मुंह नहीं उठा पाया। अब फिर से सिर उठा है तो दूसरी संन्यासी सामने आ गई है जो उसके कर्मों का प्रत्यक्ष प्रमाण है।'' उन्होंने आगे कहा, "एक बार फिर ऐसे आतंकी का समापन करने के लिए संन्यासी को खड़ा होना पड़ा है।" बता दें कि प्रज्ञा और दिग्विजय दोनों भोपाल से चुनाव लड़ रहे हैं।
उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से ही विवादों में साध्वी प्रज्ञा
प्रज्ञा के इसी बयान के लिए चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया है। बता दें कि 2008 मालेगांव धमाकों की आरोपी 48 वर्षीय साध्वी प्रज्ञा भोपाल से भाजपा का लोकसभा उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से ही विवादों में हैं। पहले विरोधियों ने उन्हें 'आतंकवाद' का आरोपी बताते हुए भाजपा के उन्हें टिकट देने पर जमकर सवाल उठाए। इसके बाद प्रज्ञा ने 26/11 हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे पर विवादित बयान देकर और बड़ा बवाल खड़ा कर दिया।
प्रज्ञा ने कहा था, मेरे श्राप से मारा गया करकरे
प्रज्ञा ने कहा था कि उनके दिए गए श्राप के कारण करकरे आतंकवादियों के हाथों मारा गया। उन्होंने तब ATS प्रमुख रहे करकरे पर मालेगांव धमाकों की पूछताछ के दौरान खुद को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। चुनाव आयोग ने इस बयान के लिए उन्हें नोटिस जारी किया था। इसके जवाब में उन्होंने कहा था, "मैंने शहीद का अपमान नहीं किया है> मुझे जो यातनाएं दी गई केवल उसी का जिक्र किया है।"
बाबरी मस्जिद पर भी बिगड़े बोल
इसके अलावा प्रज्ञा ने बाबरी मस्जिद पर भी विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि वह 1992 में बाबरी मस्जिद को गिराए जाने में शामिल होने पर गर्व महसूस करती हैं। चुनाव आयोग ने इसके लिए भी उनके खिलाफ नोटिस जारी किया था।