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23 Jan 2019
सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वालीं कनकदुर्गा को परिवार वालों ने घर से निकाला
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सबरीमाला मंदिर में प्रवेश कर इतिहास रचने वाली महिला कनकदुर्गा को उनके ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया है।
कनकदुर्गा ने इस महीने की शुरुआत में बिंदु नामक दूसरी महिला के साथ मंदिर में प्रवेश किया था।
मलप्पुरम की रहने वालीं 42 वर्षीय कनकदुर्गा को उनके ससुराल वाले ने पति के घर नहीं लौटने को कहा है। फिलहाल कनकदुर्गा पुलिस सुरक्षा में एक सरकारी आश्रय गृह में रूकी हैं।
आइये जानते हैं पूरा मामला।
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वजह
ससुराल वालो ने की माफी की मांग
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कनकदुर्गा के परिवार ने कहा कि अगर वे घर लौटना चाहती हैं तो उन्हें मंदिर में प्रवेश करने के लिए सभी लोगों से माफी मांगनी होगी।
परिवार ने आरोप लगाया कि कनकदुर्गा ने मंदिर में जाकर परंपराओं को तोड़ा है।
वहीं कनकदुर्गा ने इस मामले को लेकर जिले के हिंसा संरक्षण अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई है।
इससे पहले कनकदुर्गा पर उनकी सास ने हमला किया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
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आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे सुरक्षा के आदेश
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इस महीने की शुरुआत में मंदिर में प्रवेश करने के बाद कनकदुर्गा और बिंदु 15 जनवरी को अपने घर लौटी थीं। इसके बाद 15 जनवरी को ही कनकदुर्गा पर हमला हो गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने 18 जनवरी को मामले की सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को इन दोनों महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के आदेश दिए थे।
गौरतलब है कि मंदिर में प्रवेश करने के बाद से ही इन दोनों महिलाओं को धमकियां मिल रही हैं।
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परिचय
जानिये कौन हैं कनकदुर्गा
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कनकदुर्गा स्टेट सिविल सप्लायर्स कॉर्पोरेशन में सहायक मैनेजर हैं।
उनके भाई ने बताया कि वे बहुत धार्मिक प्रवृति की महिला हैं और उन्हें नहीं पता कि उन्होंने मंदिर में प्रवेश का फैसला क्यों किया।
मल्लापुरम की रहने वालीं कनकदुर्गा के पति एक इंजीनियर हैं और दोनों के दो बच्चे हैं।
कनकदुर्गा और बिंदु की मुलाकात सबरीमाला मंदिर में जाने की इच्छुक महिलाओं के फेसबुक पेज के माध्यम से हुई थी।