दिल्लीः शेल्टर होम में लड़कियों के साथ हैवानियत, गुप्तांगो में डाला जाता था मिर्ची पाउडर
क्या है खबर?
दिल्ली के एक शेल्टर होम में मासूम बच्चियों के साथ हैवानियत का मामला सामने आया है।
द्वारका स्थित इस शेल्टर होम में काम नहीं करने पर बच्चियों के साथ दुर्व्यहार किया जाता था।
अगर लड़कियों ने काम करने से मना कर दिया तो उनके गुप्तांगों में मिर्ची डाल दी जाती थी।
ये खुलासा दिल्ली महिला आयोग की विशेषज्ञ समिति की जांच के दौरान हुआ है। समिति की शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज की है।
उत्पीड़न
लड़कियों से साफ करवाया जाता था टॉयलेट
समिति ने 27 दिसंबर को द्वारका स्थित इस शेल्टर हाउस में दौरा किया।
समिति के सदस्यों को यहां रहने वाली 6-15 साल तक की नाबालिग लड़कियों ने बताया कि उन्हें शेल्टर होम में खाना बनाने से लेकर टॉयलेट साफ करने तक का काम करना पड़ता है।
स्टाफ की कमी होने के कारण लड़कियों से बर्तन और कपड़े धुलवाए जाते थे।
लड़कियों ने बताया कि गर्मियों और सर्दियों की छुट्टियों में भी उन्हें घर जाने की अनुमति नहीं मिलती।
सजा
छोटी-छोटी बच्चियों को कड़ी सजा
लड़कियों ने समिति को अपने साथ हुई दरिंदगी के दिल दहला देने वाले किस्से बताए।
नाबालिग लड़कियों ने बताया कि काम नहीं करने पर शेल्टर होम के कर्मचारी उन्हें मिर्ची खिलाते हैं।
लड़कियों ने आरोप लगाया कि महिला कर्मचारियों द्वारा सजा के नाम पर उनके गुप्तांगों में मिर्ची पाउडर डाला जाता है।
अपने कमरे की सफाई न करने पर उन्हें स्केल से पीटा जाता है।
साथ ही लड़कियों ने बताया कि उन्हें बेहद खराब खाना दिया जाता है।
कार्रवाई
शेल्टर होम के स्टाफ को बदलने का निर्देश
समिति ने लड़कियों की शिकायतों की जानकारी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को दी थी। इसके बाद खुद स्वाती शेल्टर होम पहुंची और पुलिस को शिकायत दी।
पुलिस ने मामले में लड़कियों के बयान दर्ज कर शेल्टर होम के स्टाफ के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। साथ ही शेल्टर होम के पूरे स्टाफ को बदलने के आदेश दिए गए हैं।
दिल्ली सरकार इस मामले में उच्च स्तरीय जांच बैठाने पर भी विचार कर रही है।
जानकारी
कुछ दिन पहले शेल्टर होम से गायब हुई थीं 9 लड़कियां
इससे पहले दिलशाद गार्डन स्थित संस्कार आश्रम से 2 दिसंबर की रात को 9 लड़कियां गायब हो गई थीं। अधिकारियों ने बताया कि उन्हें इन लड़कियों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। ये लड़कियां मानव तस्करी और देह व्यापार से बचाकर लाई गई थीं।