बिहार: गोपालगंज में जहरीली शराब से 3 की मौत, इस साल अब तक हुई 70 मौतें
क्या है खबर?
बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने भले ही राज्य में शराबबंदी लागू कर रखी है, लेकिन इसका वास्तविक प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है।
राज्य में जहां अवैध रूप से शराब बिक रही है, वहीं जहरीली शराब से दर्जनों लोगों की सांसें थम चुकी है।
अब गोपालगंज जिले के कुशहर गांव में जहरीली शराब के सेवन से तीन लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य की हालत गंभीर है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
प्रकरण
पंचायत चुनाव से एक दिन पहले बांटी गई थी शराब
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, खेत्र में 29 अक्टूबर को हुए पंचायत चुनाव से ठीक पहले की रात को लोगों में शराब बांटी गई थी।
इसके पीने से छह लोगों की तबीयत बिगड़ गई। परिजनों ने उन्हें चंपारण अस्पताल में भर्ती कराया था।
इसके बाद उपचार के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं।
मौत
जहरीली शराब के सेवन से इनकी हुई मौत
पुलिस अधीक्षक (SP) आनंद कुमार ने बताया कि जहरीली शराब के सेवन से तीन लोगों की मौत की सूचना है। मृतकों में महम्मदपुर के संतोष कुमार, छोटेलाल प्रसाद व सारण जिले के पन्नापुर थाने के रसौली गांव निवासी छोटेलाल सोनी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद मौत के वास्तविक कारण सामने आएंगे। मामले में शराब बांटने को लेकर पंचायत समिति सदस्य सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की थी सहयोग की अपील
बता दें सोमवार को 'जनता का दरबार' कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से शराब का इस्तेमाल रोकने के लिए सहयोग की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि शराब स्वास्थ्य और समाज के लिए खराब, लेकिन कुछ लोग इसका उल्लंघन कर रहे हैं।
अन्य
मुजफ्परपुर में भी हुई थी 8 लोगों की मौत
इससे पहले मुजफ्परपुर में भी जहरीली शराब पीने से आठ लोगों की मौत हुई थी। यहां पंचायत चुनाव में जीत के जश्न के लिए 15 लोगों ने सरैया प्रखंड के वार्ड सदस्य के घर शराब पार्टी की थी।
इसके बाद लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी। उपचार के दौरान दो लोगों की मौत हो गई थी।
अगले तीन दिनों में छह और लोगों की मौत हो गई। मामले में मुजफ्फरपुर पुलिस ने शराब की बोतलें भी बरामद की थी।
मौत
बिहार में इस साल जहरीली शराब से हुई 70 लोगों की मौत
बता दें कि शराबबंदी वाले राज्य में इस साल अब तक जहरीली शराब पीने से कुल 70 लोगों की मौत हो चुकी है।
रिकॉर्ड के अनुसार, राज्य में इस साल जनवरी से अक्टूबर तक जहरीली शराब से मौत की घटनाएं नवादा, पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सीवान और रोहतास जिलों में हुई है।
मौत के अलावा शराब के सेवन से दर्जनों लोगों की आंखों की रोशनी भी जा चुकी है। इसके बाद भी सरकार और पुलिस शराब पर रोक नहीं लगा सकी।
शराबबंदी
बिहार सरकार ने साल 2016 में की थी शराबबंदी
बता दें कि नीतीश कुमार ने सरकार ने 5 अप्रैल, 2016 को राज्य में शराब के निर्माण, व्यापार, भंडारण, परिवहन, बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगा दिया था।
सितंबर में राज्य सरकार ने अपनी नीति में थोड़ा बदलाव किया था। बिहार मद्य निषेध एवं आबकारी नियम, 2021 में संशोधन के अनुसार पूरे परिसर को सील करने के बजाय केवल उस हिस्से को सील किया जाएगा जहां से वसूली की जाती है।
हालांकि, इसका कोई बड़ा लाभ नहीं दिख रहा है।