कोरोना वायरस: बिहार में 18-44 साल वालों को लगेगी केवल 'कोविशील्ड', सरकार ने शुरू की तैयारी
देश में चल रही कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बीच केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन को गति देने के लिए 1 मई से 18 साल से ऊपर वालों को वैक्सीन लगाने की घोषणा कर दी है। इसके बाद सभी राज्यों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इसी बीच बिहार सरकार ने राज्य में 18 से 44 साल के लोगों को केवल सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) तैयार की जा रही वैक्सीन 'कोविशील्ड' ही लगाने का फैसला किया है।
केंद्र सरकार ने 19 अप्रैल को की थी घोषणा
बता दें कि केंद्र सरकार ने 19 अप्रैल को घोषणा की थी कि वैक्सीनेशन अभियान का तीसरा चरण 1 मई से शुरू होगा और इस चरण में 18 साल से ऊपर वाले सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके साथ ही सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी थी। सरकार ने गुरुवार को कहा कि 18 साल से ऊपर वाले सभी लोग वैक्सीन के लिए 28 अप्रैल से कोविन वेबसाइट और आरोग्य सेतु ऐप पर पंजीयन करा सकेंगे।
राज्य सरकारों को दिए गए वैक्सीन की खरीद के अधिकार
गौरतलब है कि केंद्र ने तीसरे चरण में वैक्सीन की खरीद की लेकर राज्यों को अधिकार दिए हैं। वैक्सीनेशन अभियान में अब तक खरीद और बिक्री को नियंत्रित करती आई केंद्र सरकार ने कहा कि अब वैक्सीन तैयार करने वाली कंपनियां कुल उत्पादन की 50 प्रतिशत आपूर्ति केंद्र को करेगी तथा बाकी 50 प्रतिशत आपूर्ति पहले से घोषित कीमत पर राज्य सरकारों और खुले बाजार में बेच सकेगी। ऐसे में राज्य अब सीधे वैक्सीन खरीदने के लिए स्वतंत्र है।
बिहार सरकार ने लिया 'कोविशील्ड' लगाने का निर्णय
राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रमुख सचिव प्रत्याय अमृत ने कहा कि सरकार ने 18 से 44 वर्ष की आयु के सभी लोगों को 'कोविशील्ड' वैक्सीन ही लगाने का फैसला किया है। इसके लिए सरकार केंद्र की आपूर्ति के अलावा सीधे SII से ही वैक्सीन की खरीद करेगी। उन्होंने बताया कि सरकार ने अपने फैसले पर आगे बढ़ते हुए SII को अपनी मांग का पहला ऑर्डर भी दे दिया है और जल्द ही आपूर्ति होने की संभावना है।
5.46 करोड़ की आबादी को वैक्सीन लगाना है बड़ी चुनौती
अमृत ने कहा कि राज्य में 18 से 44 साल के लोगों की आबादी 5.46 करोड़ है। सभी को जल्द से जल्द वैक्सीन लगाना एक बड़ी चुनौती है। इस चुनौती को देखते हुए सरकार ने निर्बाध आपूर्ति के लिए कोविशील्ड लगाने का निर्णय किया है।
वैक्सीनेशन के लिए लगाने के लिए बनाए जाएंगे अलग केंद्र
अमृत ने बताया कि सरकार ने 18 से 44 वर्ष के लोगों को वैक्सीन लगाने की बड़े पैमाने पर तैयारी शुरू कर दी है। इस आबादी को जल्द से जल्द वैक्सीन लगाने के लिए सरकार ने अलग वैक्सीनेशन केंद्र बनाने का निर्णय किया है। इसमें सरकारी केंद्रों के अलावा निजी केंद्रों को शामिल किया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने अभी यह स्पष्ट नहीं किया कि सरकार इस आबादी को वैक्सीन मुफ्त में लगाएगी या फिर इसके लिए शुल्क लिया जाएगा।
बिहार सरकार को 400 रुपये प्रति खुराक में मिलेगी वैक्सीन
वैक्सीन बेचने की अनुमति मिलने के बाद सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने अपनी कीमतों की घोषणा कर दी है। कंपनी ने कहा कि वह राज्य सरकारों को 400 रुपये और निजी अस्पतालों को 600 रुपये प्रति खुराक की दर से 'कोविशील्ड' बेचेगी। वहीं केंद्र को पूर्व में हुए समझौते के तहत 150 रुपये प्रति खुराक के हिसाब से वैक्सीन मिलती रहेगी। ऐसे में बिहार सरकार को 400 रुपये प्रति खुराक के हिसाब से वैक्सीन मिलेगी।
बिहार में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
हरियाणा में प्रतिदिन कोरोना संक्रमण के प्रसार की रफ्तार बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि राज्य में बुधवार को संक्रमण के 11,489 नए मामले सामने आए और 59 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,65,770 पर पहुंच गई है। इनमें से 1,956 मरीजों की मौत हो चुकी और 2,93,945 मरीज उपचार के बाद ठीक हो गए। राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 69,869 पर पहुंच गई है।