कोरोना वायरस: महामारी की दूसरी लहर में देशभर में हुई 270 डॉक्टरों की मौत- IMA
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर आम आदमी ही नहीं बल्कि अपनी जान पर खेलकर संक्रमितों का उपचार करने वाले डॉक्टरों पर भी कहर बनकर टूट रही है। वायरस प्रतिदिन डॉक्टरों को अपना शिकार बना रहा है। सोमवार को पद्मश्री से सम्मानित और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के पूर्व अध्यक्ष डॉ केके अग्रवाल की भी दिल्ली AIIMS में मौत हो गई। इसी बीच सामने आया है कि दूसरी लहर में अब तक 270 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है।
डॉ अग्रवाल ने सोमवार को वेंटीलेटर पर तोड़ा दम
IMA के अनुसार डॉ अग्रवाल के कोरोना संक्रमण की पुष्टि हाने पर AIIMS में भर्ती कराया गया था। वह कई दिनों से वेंटीलेटर सपोर्ट पर चल रहे थे, लेकिन सोमवार को वह कोरोना से जंग हार गए। इसी तरह दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर अनस मुजाहिद (26) की भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के कुछ ही घंटों बाद मौत हो गई। वह जान गंवाने वालों में सबसे युवा डॉक्टर थे।
डॉ मुजाहिद में नहीं थे कोई भी गंभीर लक्षण- IMA
IMA के अनुसार डॉ मुजाहिद में कोरोना के कोई गंभीर लक्षण नहीं थे। उन्हें गले में खराश की शिकायत थी और एंटीजन टेस्ट में उनके संक्रमण की पुष्टि हो गई। इसके बाद उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई और उन्होंने कोरोना से हार मान ली।
महामारी की दूसरी लहर में हुई कुल 270 डॉक्टरों की मौत
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार IMA के अध्यक्ष डॉ जेए जयलाल ने बताया कि दूसरी लहर में देशभर में अब तक कुल 270 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। इसमें रविवार को देशभर में सबसे अधिक 50 डॉक्टरों की मौत हुई थी। उन्होंने कहा कि महामारी की पहली लहर में कुल 748 डॉक्टरों की मौत हुई थी। ऐसे में देशभर में अब तक कोरोना महामारी के कारण 1,000 से अधिक डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। यह बेहद गंभीर मामला है।
बिहार में हुई सबसे अधिक डॉक्टरों की मौत
IMA अध्यक्ष डॉ जयलाल ने बताया कि बिहार में सबसे अधिक 78 डॉक्टरों की मौत हुई है। इसी तरह उत्तर प्रदेश में 37, दिल्ली 29, आंध्र प्रदेश, 22, तेलंगाना 19, महाराष्ट्र 14, तमिलनाडु 10, कर्नाटक और ओडिशा आठ-आठ, मध्य प्रदेश पांच, छत्तीसगढ़ और जम्मू-कश्मीर तीन-तीन, असम, गुजरात, केरल और हरियाणा में दो-दो तथा गोवा में एक डॉक्टर की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि महामारी की दूसरी लहर चिकित्सक और चिकित्साकर्मियों की जिंदगी पर भारी पड़ती जा रही है।
हकीकत में बहुत अधिक हो सकती है जान गंवाने वाले डॉक्टरों की संख्या
बता दें कि मौत का यह आंकड़ा IMA की ओर से जारी किया गया है। इस संगठन के तले वर्तमान में मात्र 3.5 लाख डॉक्टर ही आते हैं, जबकि भारत में 12 लाख से अधिक डॉक्टर कार्यरत हैं। IMA अध्यक्ष डॉ जयलाल ने कहा कि चिकित्सक और चिकित्साकर्मियों को महामारी से बचाए रखने के लिए वैक्सीनेशन अभियान को तेज करना होगा और सभी चिकित्साकर्मियों तक पहुंच बढ़ानी होगी। इसके बाद सभी के जीवन को सुरक्षित किया जा सकता है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,63,533 नए मामले सामने आए और रिकॉर्ड 4,329 मरीजों की मौत हुई। देश में लगातार दूसरे दिन तीन लाख से कम नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2,52,28,996 हो गई है। इनमें से 2,78,719 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 33,53,765 हो गई है।