अंडमान: कोरोना की चपेट में आई दुर्लभ जनजाति, अब तक 10 लोग संक्रमित
क्या है खबर?
पिछले एक महीने में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के एक टापू पर रहने वाली दुर्लभ जनजाति के 10 सदस्यों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
इन 10 में से छह एक महीने पहले और चार इसी सप्ताह संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से दो को पोर्ट ब्लेयर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है और दो को संस्थागत क्वारंटाइन किया गया है।
उनमें कोई लक्षण नहीं हैं और उनकी सेहत पूरी तरह ठीक है।
जानकारी
जनजाति के बचे हैं केवल 53 लोग
बीबीसी के मुताबिक, बताया जाता है कि ग्रेट अंडमानीज जनजाति के सिर्फ 53 लोग ही जिंदा बचे हैं और ये इस द्वीप समूह के 37 रिहायशी द्वीपों में से एक स्ट्रैट द्वीप के निवासी हैं। यह उत्तर और मध्य अंडमान जिले के तहत आता है।
कोरोना वायरस
टेस्ट में हुई संक्रमण की पुष्टि
अंडमान निकोबार की कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के इंचार्ज डॉक्टर अविजीत रॉय ने बताया कि जब स्वास्थ्य विभाग ने जनजाति के सभी सदस्यों का टेस्ट किया, तब इनमें संक्रमण की पुष्टि हुई।
उन्होंने कहा, "यह ऐहतियात का मामला है कि हमने उन्हें अस्पताल में आइसोलेट कर दिया है और उनकी देखभाल की जा रही है। अगर 10 दिनों तक उनमें लक्षण नहीं दिखते हैं तो उन्हें द्वीप भेज दिया जाएगा, जहां वो अपने घर में क्वारंटाइन रह सकेंगे।"
जीवनयापन
सरकारी विभागों में काम कर रहे हैं जनजाति के कुछ लोग
डॉक्टर रॉय ने कहा कि इस जनजाति के कई लोग पोर्ट ब्लेयर आते-जाते रहते हैं और संभव है कि इसी तरीके से कोरोना संक्रमण इन लोगों तक पहुंचा हो।
अधिकारियों ने बताया कि अब इस जनजाति के लोगों ने अपनी जीवनशैली में थोड़ा बदलाव किया है और कुछ लोग पोर्ट ब्लेयर में सरकारी विभागों में काम भी कर रहे हैं।
बाकी लोग जीवनयापन के लिए मछली पकड़ने, सरकार की तरफ से मिलने वाले राशन और स्वास्थ्य सुविधाओं पर आश्रित हैं।
जानकारी
धीरे-धीरे बढ़ रही है ग्रेट अंडमानीज जनजाति के लोगों की संख्या
केवल स्ट्रैट द्वीप तक सिमटी इस जनजाति के लोगों की संख्या में धीरे-धीरे वृद्धि देखने को मिली है। 1971 में इस जनजाति के केवल 24 लोग थे। इसके बाद 2001 की जनगणना के समय इनकी संख्या 43 थी।
अंडमान
ये जनजातियां भी विलुप्ति की कगार पर
ग्रेट अंडमानीज के अलावा अंडमान पर रहने वाली जरावा, नॉर्थ सेंटीनेलीज, ओंग और शोम्पेन आदि जनजातियां भी विलुप्त होने की कगार पर हैैं।
इनमें जरावा और नॉर्थ सेंटीनेलीज आम लोगों के संपर्क में नहीं है। नॉर्थ सेंटीनेलीज दूसरे लोगों के प्रति काफी आक्रामक है इसलिए उनके द्वीप पर बाहरी लोगों के जाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
2018 में एक अमेरिकी नागरिक ने इनके द्वीप पर जाने का प्रयास किया था, जिसे इन लोगों ने तीरों से मार गिराया था।
जानकारी
अन्य जनजातियों के लोगों का भी होगा कोरोना टेस्ट
इन 10 लोगों के संक्रमित पाए जाने के बाद प्रशासन ने जरावा जनजाति के 476 लोगों को जंगल के एक हिस्से में भेज दिया है ताकि ये कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रह सके। इसके अलावा प्रशासन ओंग और शोंपेन जनजाति के लोगों का टेस्ट करेगा।
कोरोना वायरस
अंडमान समेत पूरे देश में क्या है संक्रमण की स्थिति?
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अंडमान निकोबार द्वीप समूह में अब तक कुल 2,985 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है और 41 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण जान गंवानी पड़ी है।
वहीं पूरे देश की बात करें तो संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ते हुए 33 लाख से पार हो गई है।
देश में अब तक कोरोना के कुल 33,10,234 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 60,472 लोगों की मौत हुई है।