'लियो' से चिन्मई श्रीपदा ने की वापसी, जानें क्यों फिल्म जगत ने लगा दिया था प्रतिबंध
इन दिनों थलापति विजय की फिल्म 'लियो' चर्चा में है। हाल ही में फिल्म का ट्रेलर आया है और इसे लेकर प्रशंसकों में खूब उत्साह है। खास बात यह है कि दक्षिण भारतीय सिनेमा की मशहूर गायिका चिन्मई श्रीपदा ने 5 साल के प्रतिबंध के बाद फिल्म जगत में वापसी की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसके लिए निर्देशक लोकेश कनगराज को शुक्रिया भी कहा। चिन्मई की वापसी सुर्खियों में है। आपको बताते हैं उन पर प्रतिबंध क्यों लगा था।
चिन्मई ने सोशल मीडिया पर जताई थी खुशी
'लियो' में चिन्मई ने अभिनेत्री तृषा के लिए डबिंग की है। ट्रेलर साझा करते हुए उन्होंने एक्स पर लिखा था, "मैं यह फैसला लेने के लिए मिस्टर लोकेश कनगराज और मिस्टर ललित की लाख गुणा कृतज्ञ हूं। लियो में तृषा के लिए यह मेरी आवाज है। खास बात यह है कि मैंने तमिल, तेलुगु और कन्नड़ में डब किया है।" चिन्मई के पोस्ट पर उनके प्रशंसक और फिल्म जगत के साथी उन्हें वापसी की बधाई दे रहे हैं।
यौन उत्पीड़न के खिलाफ उठाई थी आवाज
दरअसल, 2018 में #MeToo आंदोलन के दौरान चिन्मई ने भी मुखर होकर उत्पीड़न करने वालों का विरोध किया था। उन्होंने तमिल गीतकार वैरामुत्तु के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी बताया था कि बात ना मानने पर वैरामुत्तु ने उनका करियर खत्म करने की धमकी दी थी। वैरामुत्तु ने इन आरोपों का खंडन किया था, लेकिन चिन्मई से प्रेरणा लेकर कई अन्य महिलाओं ने भी उन पर ऐसे ही व्यवहार का आरोप लगाया था।
आरोपों के बाद चिन्मई पर लगा दिया प्रतिबंध
हालांकि, इस मामले में चिन्मई को ही गुनहगार ठहराया जाने लगा। कहा गया कि वह भारतीय जनता पार्टी के कहने पर ऐसा कर रही हैं। कुछ लोगों ने कहा कि वह वैरमात्तु की जाति की वजह से ऐसा कर रही हैं। अपनी आवाज उठाने का खामियाजा उन्हें अपने करियर में भुगतना पड़ा। इन आरोपों की प्रतिक्रिया में तमिल फिल्म प्रोड्यूसर्स काउंसिल ने उन पर गैर-पेशेवर हरकत करने का आरोप लगाते हुए उन पर प्रतिबंध लगा दिया था।
प्रतिबंध से निराश थीं चिन्मई
एक इंटरव्यू में चिन्मई ने कहा था, "वह एक डरावना अनुभव था। खासकर, तमिलनाडु में पीड़ितों को शर्मिंदा किया जाता है। उन्होंने मुझे वेश्या कहा। मुझे नहीं पता मेरे करियर में अब क्या बचेगा।" उन्होंने आगे कहा था, "जब औरतें महत्वाकांक्षी होती हैं, तो वे 'कुतिया' होती हैं, पुरुष महत्वाकांक्षी होते हैं तो वे 'नेता' होते हैं। यह मुश्किल होने वाला है, मुझे नहीं लगता मुझे अब कभी तमिलनाडु में काम मिलेगा।"
कमल हासन पर भी उठाए थे सवाल
इस साल मई में जब कमल हासन ने महिला पहलवानों के समर्थन में ट्वीट किया, तो चिन्मई ने उनके इरादों पर सवाल उठाए थे। उन्होंने लिखा था, '5 साल से तमिलनाडु की एक सिंगर बैन है, क्योंकि उसने यौन शोषण करने वाले का खुलासा किया था। तब किसी ने कुछ भी नहीं बोला। कोई महिला सुरक्षा पर बात करने वाले किसी नेता पर विश्वास कैसे करे, जब वे अपनी नाक के नीचे हो रहे उत्पीड़न को नजरअंदाज कर रहे हों।
न्यूजबाइट्स प्लस
2018 में अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने एक पुरानी घटना का जिक्र करते हुए नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके बाद #MeToo आंदोलन के जरिए देश भर की महिलाएं कार्यक्षेत्र में हुए उत्पीड़न के खिलाफ मुखर होकर आवाज उठाने लगी थीं।