'दादा साहब फाल्के पुरस्कार' क्या होता है? अब तक इन कलाकारों को मिला
आज यानी 30 सितंबर को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ऐलान किया कि दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को 'दादा साहब फाल्के पुरस्कार' से सम्मानित किया जाएगा। मिथुन को यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए दिया जा रहा है। इस समारोह का आयोजन 8 अक्टूबर, 2024 को होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं आखिर 'दादा साहब फाल्के पुरस्कार' है क्या और यह पुरस्कार अब तक किन-किन बड़े कलाकारों को मिल चुका है।
दादा साहेब फाल्के ने रखी थी भारतीय सिनेमा की नींव
दादा साहेब फाल्के वो शख्स थे, जिनका नाम भारतीय सिनेमा में बड़े अदब से लिया जाता है। उन्होंने भारतीय सिनेमा की आधारशिला रखी। महाराष्ट्र के नासिक में एक मराठी परिवार में 30 अप्रैल, 1870 में जन्मे फाल्के ने उस वक्त सिनेमा जगत में पदार्पण किया, जब भारत में इसका कोई अस्तित्व ही नहीं था। दादा साहेब का असली नाम धुंडिराज गोविंद फाल्के था। उन्होंने 1913 में भारत की पहली फीचर फिल्म 'राजा' का निर्माण किया था।
पहली बार देविका रानी चौधरी को मिला था दादा साहब फाल्के पुरस्कार
फाल्के ने 16 फरवरी, 1944 को आखिरी सांस ली। भारत सरकार ने भारतीय सिनेमा में उनके अमिट योगदान की याद और उनके सम्मान में 1969 में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की शुरुआत की। देविका रानी चौधरी को पहली बार इस सम्मान से नवाजा गया था।
अमिताभ बच्चन को भी मिल चुका है यह पुरस्कार
'दादा साहब फाल्के पुरस्कार' अब तक लता मंगेशकर, अक्किनेनी नागेश्वर राव, दिलीप कुमार, आशा भोंसले, यश चोपड़ा, देव आनंद, मृणाल सेन, अदूर गोपालकृष्णन, श्याम बेनेगल, तपन सिन्हा, मन्ना डे, गुलजार, सौमित्र चटर्जी, शशि कपूर, मनोज कुमार, के विश्वनाथ, वहीदा रहमान, आशा पारेख, रजनीकांत, विनोद खन्ना, विनोद खन्ना और अमिताभ बच्चन जैसे दिग्गज सितारों को मिल चुका है। बता दें कि 'दादा साहब फाल्के पुरस्कार' भारतीय सिनेमा में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है।