पुण्यतिथि: लता मंगेशकर ने दान कर दी थी सारी संपत्ति, जानें अनसुनी बातें
क्या है खबर?
बीते बरस, बसंत के इस मौसम में स्वर कोकिला लता मंगेशकर हमेशा के लिए खामोश हो गई थीं।
6 फरवरी, 2022 को 92 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। वह कोरोना संबंधित जटिलताओं से जूझ रही थीं।
सोमवार को लता की पहली पुण्यतिथि है। लता के गाए सदाबहार गीत तो हर किसी की जुबान पर रहते ही हैं, आज आपको उनके बारे में कुछ अनसुनी बातें भी बताते हैं।
रॉयल अल्बर्ट हॉल
प्रतिष्ठित रॉयल अल्बर्ट हॉल में परफॉर्म करने वाली पहली भारतीय
लता को लंदन के प्रतिष्ठित रॉयल अल्बर्ट हॉल में लाइव परफॉर्म करने वाली पहली भारतीय कलाकार होने का गौरव प्राप्त है।
उन्होंने 1974 में लंदन के रॉयल अल्बर्ट हॉल में अपनी प्रस्तुति दी थी।
इस हॉल में उन्होंने अपने कुछ पंसदीदा गीतों को प्रस्तुत किया था। इस प्रस्तुति को लेकर पहले वह बेहद घबराई हुई थीं।
यह संगीत कार्यक्रम दिवंगत अभिनेता दिलीप कुमार की तरफ से आयोजित किया गया था, जिन्हें लता यूसुफ भाई कहकर संबोधित करती थीं।
बायोपिक
लता नहीं चाहती थीं उनके जीवन पर बने कोई बायोपिक
लता ने कम उम्र में गाना शुरू किया था। पिता ने निधन के बाद उन्होंने परिवार की जिम्मेदारी भी अपने कंधों पर उठाई। उन्होंने कभी शादी नहीं की और ताउम्र अकेली रहीं।
हर कोई लता के जीवन से जुड़े अनसुने किस्से जानना चाहता है, लेकिन लता अपने निजी जीवन को छिपाकर ही रखना चाहती थीं।
पिछले कुछ सालों में कई निर्माता-निर्देशक उनके जीवन को पर्दे पर उतारना चाहते थे, लेकिन लता ने इसकी अनुमति नहीं दी।
टिप्पणी
जब महेंद्र सिंह धोनी पर की थी टिप्पणी
क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के करोड़ों प्रशंसकों के साथ लता जी भी नहीं चाहती थीं कि वह रिटायर हों।
एक बातचीत में उन्होंने कहा था, "वह पूरे देश के लिए प्रेरणा है। यही कारण है कि मैं धोनीजी के बारे में दृढ़ता से महसूस करती हूं कि उनके पास अभी क्रिकेट को देने के लिए बहुत कुछ है। रिटायरमेंट ना सिर्फ उनके लिए बल्कि उनके प्रशंसकों और उन लोगों के लिए जो उनसे सीखते हैं, उनके लिए गलत होगा।"
लोक कल्याण
दान में दे गईं सारी संपत्ति
गायिका ने एक वसीयत तैयार की थी, जिसके अनुसार उनकी सारी संपत्ति दान में देनी है। रिपोर्ट्स के अनुसार लता के पास कुल 500 करोड़ रुपये की संपत्ति थी।
2001 में लता ने अपने पिता दीनानाथ मंगेशकर की याद में पुणे में एक मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल और अनुसंधान केंद्र की स्थापना की थी।
इतना ही नहीं, 2021 में उन्होंने वरिष्ठ कलाकारों के लिए एक वृद्धाश्रम बनाने की औपचारिकता शुरू की थी। इसे अब उनका परिवार पूरा कर रहा है।
भारत रत्न
2001 में बनी थीं भारत रत्न
लता के करियर की बात करें तो उनकी गायिकी की दुनिया दीवानी रही। अपने सात दशक लंबे करियर में लता ने विभिन्न भाषाओं में 30,000 से ज्यादा गाने गाए हैं।
2001 में उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' दिया गया था। 1989 में लता को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी शामिल है। वह ना सिर्फ देश, बल्कि विदेशों में भी बेहद लोकप्रिय हैं।