
गांधी जी ने मौन व्रत में देखी थी रामायण पर बनी यह फिल्म, ऐसी थी प्रतिक्रिया
क्या है खबर?
पिछले हफ्ते रिलीज हुई फिल्म 'आदिपुरुष' पर लोगों का गुस्सा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। फिल्म के निर्देशक ओम राउत और लेखक मनोज मुंतशिर की हर तरफ आलोचना हो रही है।
इस फिल्म के बहाने लोग 'रामायण' पर बनी अन्य पुरानी फिल्मों का जिक्र कर रहे हैं।
निर्माता-निर्देशक विक्रम भट्ट ने ऐसी ही एक फिल्म 'राम राज्य' पर बात की है। इसे उनके दादा जी विजय भट्ट ने बनाई थी। जानते हैं फिल्म की खास बातें।
जानकारी
गांधी जी ने देखी थी फिल्म
ई टाइम्स से बातचीत में विक्रम ने बताया कि यह एकमात्र फिल्म है जो महात्मा गांधी ने देखी थी। उन्होंने फिल्म पर गांधी जी कि प्रतिक्रिया के बारे में भी बताया।
कहानी
ऐसी है 'राम राज्य' की कहानी
'राम राज्य' 1943 में आई थी। फिल्म में प्रेम आदिब ने भगवान श्री राम और शोभना समर्थ ने सीता का किरदार निभाया था।
फिल्म वनवास के बाद राम के राज्याभिषेक से शुरू होती है। उनके राजा बनने के बाद कैसे एक धोबी ने सीता की आलोचना की और राम ने उन्हें वनवास के लिए भेज दिया था, फिल्म इसकी कहानी है।
फिल्म में राम का लव-कुश के साथ युद्ध और सीता का धरती में समा जाना दिखाया गया है।
उपलब्धि
5 लाख रुपये में बनी थी फिल्म
अंग्रेजों की गुलामी के दौरान इस फिल्म को 5 लाख रुपये में बनाया गया था। फिल्म ने 55 लाख रुपये कमाए थे।
यह अमेरिका में दिखाई जाने वाली पहली भारतीय फिल्म थी।
हालांकि, इन सबसे बड़ उपलब्धि यह है कि इस फिल्म को देखने के लिए महात्मा गांधी ने समय निकाला था। यह एकमात्र फिल्म है जो गांधी जी ने देखी थी।
भाक्तिभाव के कारण इस फिल्म को देखने से पहले दर्शक सिनेमाघर के बाहर जूते-चप्पल उतार दिया करते थे।
प्रतिक्रिया
ऐसी थी गांधी जी की प्रतिक्रिया
महात्मा गांधी को फिल्म 40 मिनट ही दिखाई जानी थी। उस दिन गांधी जी का मौन व्रत था।
फिल्म देखते समय विजय भट्ट खुद उनके बगल में बैठे थे। 40 मिनट बाद उन्होंने फिल्म रोकने के लिए कहा तो गांधी जी ने इशारा किया कि इसे चलने दिया जाए। वह राम जी के जीवन के बारे में और देखना चाहते थे।
बकौल भट्ट, एक राम भक्त इस फिल्म को दूसरे राम भक्त को दिखा रहा था।
अन्य फिल्में
रामायण पर बन चुकी हैं कई फिल्में
'राम राज्य' से कहीं पहले दादा साहब फाल्के ने 1917 में 'लंका दहन' बनाई थी।
1976 में राम भक्त हनुमान पर बनी 'बजरंग बली' रिलीज की गई थी। 1997 में उत्तर रामायण पर आधारित 'लव कुश' आई थी।
जापानी निर्माताओं ने 1992 में रामायण पर आधारित 'द लेजेंड ऑफ प्रिंस राम' पर एनिमेशन फिल्म बनाई थी।
आने वाले समय में नितेश तिवारी की 'रामायण' और अलौकिक देसाई की 'सीता: द इनकार्नेशन' देखने को मिलेंगी।