महात्मा गांधी के चित्र वाले सिक्के जारी कर सकता ब्रिटेन, चल रहा विचार
ब्रिटेन में सिक्कों पर महात्मा गांधी के साथ-साथ कई अन्य अश्वेत लोगों के चित्र छप सकते हैं। ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक के कार्यालय ने इस बात की पुष्टि की है कि सिक्कों पर महात्मा गांधी के चित्र छापने पर विचार किया जा रहा है। यह पहल उस कड़ी का हिस्सा है, जिसमें भारतीय मूल की जासूस नूर इनायत खान और जमैका मूल की नर्स मैरी सिकॉल आदि अश्वेत लोगों की उपलब्धियों का सम्मान किया जा रहा है।
सुनक ने 'वी टू बिल्ट ब्रिटेन' अभियान को दिया समर्थन
सुनक ने 'वी टू बिल्ट ब्रिटेन' नाम के एक अभियान को समर्थन देते हुए रॉयल मिंट एडवायजरी को एक पत्र लिखकर सिक्कों की थीम और डिजाइन सुझाए हैं। इस अभियान के तहत ब्रिटेन की मुद्रा के सिक्कों पर अश्वेत लोगों के प्रतिनिधित्व की मांग करता है। महात्मा गांधी के चित्र वालों सिक्कों का विचार सुनक से पहले अक्टूबर, 2019 में पूर्व चांसलर साजिद जावेद ने दिया था। तब से इस पर काम चल रहा है।
सुनक ने अपने पत्र में लिखी ये बातें
अभियान का नेतृत्व करने वाली जेहरा जाहिदी को लिखे पत्र में सुनक ने कहा कि काले, एशियाई और अन्य जातीय अल्पसंख्यक समुदायों ने ब्रिटेन के साझा इतिहास में अहम योगदान दिया है। उन्होंने लिखा, 'सदियों तक जातीय अल्पसंख्यक समूह इस देश के लिए लड़े और जान दी। हमारे बच्चों को पढ़ाया, बीमारों का इलाज किया, बुजुर्गों की देखभाल की। उनकी उद्यमिता की भावना के कारण हमारे कुछ शानदार कारोबार शुरू हुए जो नौकरियां पैदा कर रहे हैं।'
महात्मा गांधी के चित्र वाले सिक्के पर चल रहा विचार
सुनक ने आगे लिखा कि वो रॉयल मिंट एडवायजरी कमेटी (RMAC) के प्रमुख को पत्र लिखकर इन लोगों के योगदान को पहचान देने के लिए कहेंगे। उनके कार्यालय ने बताया कि RMAC फिलहाल महात्मा गांधी की याद में सिक्का जारी करने के बारे में विचार कर रही है। सुनक चाहते हैं कि सिक्कों पर पिछले पीढ़ी के उन लोगों को जगह मिले, जिन्हें इंग्लैंड और कॉमनवेल्थ समूह में आने वाले देशों की सेवा की थी।
भारतीय मूल की जासूस थीं इनायत
अभियान से जुड़े लोगों ने पहले 50 पाउंड के नोट पर नूर इनायत खान की तस्वीर लगाने की मांग की थी, लेकिन बैंक ऑफ इंग्लैंड ने कहा कि अगले साल सर्कुलेशन में आने वाली उनकी नई सीरीज पर कंप्यूटर के क्षेत्र के महारथी एलन तुरिंग की तस्वीर होगी। नूर इनायत खान ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन के लिए कई खुफियां जानकारी जुटाई थी। उन्हें जर्मनी के एक कंस्ट्रेशन कैंप में मौत के घाट उतार दिया गया था।
कौन हैं ऋषि सुनक?
कंजरवेटिव पार्टी से संबंध रखने वाले ऋषि सुनक फिलहाल ब्रिटेन के चांसलर ऑफ एक्सचेकर (वित्त मंत्री) हैं। उनके माता-पिता भारतीय मूल के हैं, जो 1960 में ब्रिटेन आए थे। इंग्लैंड में जन्मे सुनक ने विनचेस्टर और फिर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई की। तीन साल गोल्डमैन सैश्स ग्रुप के साथ काम करने के बाद वो MBA करने स्टैनफोर्ड चले गए, जहां उनकी मुलाकात भारतीय अरबपति नारायणमूर्ति की बेटी अक्षिता से हुई। बाद में दोनों ने शादी कर ली।