#NewsBytesExplainer: 71 साल पुराना है भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का इतिहास, जानिए इससे जुड़ीं जरूरी बातें
क्या है खबर?
भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव हर साल गोवा में आयोजित किया जाता है। इस साल भी यह नवंबर माह से शुरू होने वाला है। आए दिन इससे जुड़ीं नई जानकारियां सामने आ रही हैं।
IFFI 2023 20 नवंबर से गोवा में आयोजित किया जाएगा, जो 28 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान 45 फिल्मों की स्क्रीनिंग भी होगी।
यह इसका 54वां संस्करण होगा।
आइए आपको इस महोत्सव के बारे में विस्तार से बताते हैं।
शुरुआत
1952 में हुआ था महोत्सव का जन्म
IFFI एशिया में सबसे महत्वपूर्ण फिल्म समारोहों में से एक है, जो कि गोवा में प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। इस महोत्सव का संचालन सूचना और प्रसारण मंत्रालय, फिल्म समारोह निदेशालय और गोवा सरकार द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है।
पहली बार यह 1952 में आयोजित किया गया था।
इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक सिनेमा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करना और दुनियाभर के लेागों को एकजुट कर आपसी सहयोग को बढ़ावा देना है।
स्थान
पहली बार मुंबई में हुआ था आयोजन
पहली बार यानी 71 साल पहले इस महोत्सव का आयोजन मुंबई में हुआ था। बाद के वर्षों में इसे कोलकाता, दिल्ली, मद्रास और त्रिवेन्द्रम में आयोजित किया गया।
फिल्म डिविजन के तत्कालीन मुख्य निर्माता मोहन भावनानी ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के सामने इस महोत्सव को शुरू करने का विचार रखा था। यह उस समय की बात है, जब वह एक राजनीतिक कार्यक्रम के लिए श्रीनगर के दौरे में थे।
प्रसिद्धि
दुनियाभर के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों में से एक
इस महो्त्सव का पहला संस्करण गैर-प्रतिस्पर्धी था। इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका सहित 23 देशों ने 40 फीचर फिल्मों और लगभग 100 लघु फिल्मों के साथ भाग लिया था।
महोत्सव के लिए 'आवारा' (हिंदी), 'पथला भैरवी' (तेलुगु), 'अमर भूपाली' (मराठी) और 'बाबला' (बंगाली) भारतीय प्रविष्टियां थीं।
IFFI आज न सिर्फ देश, बल्कि दुनियाभर के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों में से एक है। यह सिनेमाई उत्कृष्टता का एक प्रतीक है, जो देश और दुनियाभर से बेहतरीन प्रतिभाओं को साथ लाता है।
सम्मान
1965 से दिए जाने लगे पुरस्कार
इस महोत्सव में पुरस्कार की शुरुआत 1965 में तीसरे प्रतिस्पर्धी संस्करण से हुई थी। इसमें सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए मिलने वाला सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार गोल्डन पीकॉक है।
इस पुरस्कार में 40 लाख रुपये का नकद इनाम दिया जाता है, जो निर्देशक और निर्माता के बीच समान रूप से साझा किया जाता है। निर्देशक को नकद पुरस्कार के अलावा 'गोल्डन पीकॉक' और एक प्रमाणपत्र भी मिलेगा, वहीं निर्माता को नकदी के अलावा एक प्रमाणपत्र मिलता है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
गोल्डन पीकॉक पुरस्कार पहली बार 1981 में भारत में जाने-माने फिल्म निर्देशक, सिनेमैटोग्राफर, स्क्रीन राइटर और निर्माता गोविंद निहलानी ने फिल्म 'आक्रोश' के लिए जीता था। फिर जयराजन, गौतम घोष को यह पुरस्कार मिला। आखिरी बार 2012 में गुरविंदर सिंह को यह पुरस्कार मिला था।
पुरस्कार
सिल्वर पीकॉक पुरस्कार
पहले सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म की श्रेणी में सिल्वर पीकॉक पुरस्कार भी दिया जाता था, लेकिन 2014 में इसे बंद कर दिया गया था।
फिलहाल सिल्वर पीकॉक पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ निर्देशक सर्वश्रेष्ठ अभिनेता सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ पहली फिल्म, विशेष जूरी पुरस्कार और स्पेशल मेंशन श्रेणी में दिया जाता है।
रघुबीर यादव सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की श्रेणी में यह पुरस्कार जीत चुके हैं, वहीं अभिनेत्री और निर्देशक रेवती अपनी फिल्म 'मित्र, माय फ्रेंड' के लिए IFFI स्पेशल जूरी पुरस्कार जीत चुकी हैं।
सम्मान
सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार
इस महोत्सव में सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार भी दिया जाता है। 1999 में IFFI के 30वें संस्करण से यह शुरू हुआ था। उन हस्तियों को यह सम्मान मिलता है, जिन्होंने अपने अहम और असाधारण योगदान से सिनेमा की दुनिया को समृद्ध किया है।
पहले इस पुरस्कार को IFFI लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड के नाम से जाना जाता था। 2021 में सत्यजीत रे की 100वीं जयंती के मौके पर इसका नाम बदलकर IFFI सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार कर दिया गया।
कवायद
पहली बार इस महोत्सव में OTT जगत के रचनाकारों को मिलेगी जगह
महोत्सव में इस बार प्रतिष्ठित सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रसिद्ध हालीवुड अभिनेता और निर्माता माइकल डगलस को दिया जाएगा।
54वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दुनियाभर के जाने-माने सितारे शामिल होंगे। प्रियंका चोपड़ा भी इसमें बतौर खास मेहमान शरीक हो सकती हैं।
इस बार OTT पर वेब सीरीज बनाने वालों के लिए भी महोत्सव में एक पुरस्कार की शुरुआत की गई है। सर्वश्रेष्ठ सीरीज का खिताब जीतने वाले विजेता को 10 लाख रुपये की राशि से सम्मानित किया जाएगा।