#NewsBytesExplainer: डार्क या ब्लैक कॉमेडी फिल्में क्या होती हैं और किस मकसद से बनाई जाती हैं?
क्या है खबर?
बॉलीवुड में कॉमेडी से लेकर रोमांटिक, एक्शन, हॉरर हर साल सैकड़ों फिल्में रिलीज होती हैं। कुछ दर्शक कॉमेडी फिल्में देखना पसंद करते हैं तो कुछ को एक्शन से लबरेज फिल्में पसंद आती हैं।
कॉमेडी फिल्मों का एक बड़ा दर्शक वर्ग है, लेकिन आज हम आपको डार्क कॉमेडी फिल्मों के बारे में बता रहे हैं।
आपने अक्सर यह जॉनर सुना होगा और शायद आपको ऐसी फिल्में पसंद भी आती होंगी।
आइए आज इन फिल्मों के बारे में विस्तार से जानें।
परिभाषा
होती क्या है ब्लैक कॉमेडी?
ब्लैक कॉमेडी फिल्मों में कॉमेडी तो रहती है, लेकिन साथ ही एक क्राइम थ्रिलर कहानी भी चलती है।
अगर आप सिनेमा प्रेमी हैं तो बेशक आपने ऐसी फिल्म भी जरूर देखी होगी, जिसमें कोई किरदार या कलाकार हिंसा, बीमारी या युद्ध का जिक्र मजाकिया अंदाज में करता है। इसे ही हम ब्लैक कॉमेडी कहते हैं। ब्लैक कॉमेडी को डार्क कॉमेडी भी कहा जाता है।
ब्लैक कॉमेडी एक हास्य शैली है, जो आमतौर पर वर्जित विषयों पर तंज कसती है।
असर
हंसाने के साथ दिमाग झन्ना देती हैं ऐसी फिल्में
डार्क कॉमेडी फिल्मों में दर्शकों को हंसाते-हंसाते कुछ ऐसे विषयों का मजाक बनाया जाजता है, जो समाज में निषेध हैं और जिनके बारे में बात करने से लोग कतराते हैं।
गंभीर मुद्दों को लेकर बनाई गईं इन फिल्मों को कुछ इस तरह बनाया जाता है, जिन्हें देख दर्शकों का दिमाग झन्ना जाता है।
हंसते-हसाते ऐसे कई संवदेनशील विषयों को चुटकीले अंदाज में पर्दे पर उतारा जा चुका है, जिन्होंने दर्शकों का जमकर मनोरंजन किया है।
विषय
अमूमन इन फिल्मों में शामिल होते हैं ये विषय
ब्लैक कॉमेडी फिल्मों में अमूमन हत्या, हिंसा, राजनीतिक भ्रष्टाचार, कामुकता, गरीबी, बीमारी, नस्लवाद, लैंगिक रूढ़िवादिता, युद्ध और आतंकवाद जैसे विषयों को दिखाया जाता है।
बदलते सिनेमा में ब्लैक कॉमेडी फिल्में तेजी से लोकप्रिय हुई हैं। हालांकि, माना जाता है कि इन्हें मल्टीप्लेक्स या महानगरों के दर्शक ज्यादा पसंद करते हैं।
निर्माता-निर्देशक बड़े सितारों के साथ ऐसी फिल्म बनाने का जोखिम लेते हैं। OTT के आने के बाद ब्लैक कॉमेडी फिल्मों और वेब सीरीज ने रफ्तार पकड़ी है।
लोकप्रियता
इस शैली में पहली बार आई थी ये किताब
1965 तक जब ब्लैक ह्यूमर नाम की पुस्तक बाजार में आई, तब तक आम जनता पूरी तरह से डार्क ह्यूमर की परिभाषा से परिचित नहीं थी। यह ब्लैक कॉमेडी शैली को समर्पित पहली किताब थी।
पिछले 20 सालों में दुनियाभर में फिल्मों की इस शैली की लोकप्रियता बढ़ी। बता दें कि हॉलीवुड डार्क कॉमेडी थ्रिलर फिल्म 'पैरासाइट' ने सर्वश्रेष्ठ पिक्चर का ऑस्कर पुरस्कार भी जीता था, जिसके बाद दुनियाभर में ऐसी फिल्मों को और तूल मिलने लगा।
फिल्म
'जाने भी दो यारों' थी पहली डार्क कॉमेडी फिल्म
1983 में आई 'जाने भी दो यारों' को बॉलीवुड की पहली डार्क कॉमेडी फिल्म माना जाता है। इस फिल्म की कहानी ऐसी है, जिससे आपका मन नहीं भरने वाला।
कहा जाता है कि असल में इसी फिल्म की सफलता के बाद हिंदी फिल्म में इंडस्ट्री में डार्क कॉमेडी फिल्मों को तरजीह मिलने लगी थी।
नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर और नीना गुप्ता जैसे कलाकारों के अभिनय से सजी इस फिल्म का लुत्फ आप अमेजन प्राइम वीडियो पर उठा सकते हैं।
फिल्में
OTT पर मौजूद ये फिल्में समझा देंगी डार्क कॉमेडी का मतलब
अनुराग कश्यप की फिल्म 'देव डी' इसी फेहरिस्त में शुमार है। 'अंधाधुन' पिछले कुछ वर्षों में बनी सबसे बेहतरीन डार्क कॉमेडी फिल्मों में से एक है। यह फिल्म राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी है।
इन दोनों ही फिल्मों को नेटफ्लिक्स पर देखा जा सकता है।
नेटफ्लिक्स पर मौजूद 'डार्लिंग्स' और 'देल्ही बेली' भी शानदार डार्क कॉमेडी फिल्मों में से एक है।
अरशद वारसी की फिल्म 'इश्किया' को भी दर्शकों ने पसंद किया। यह जियो सिनेमा और अमेजन प्राइम वीडियो पर है।