केके मेनन को नहीं था यशराज फिल्म्स पर भरोसा, बोले- ठुकरा दी थी 'द रेलवे मेन'
यशराज फिल्म्स की भोपाल गैस त्रासदी पर आधारित पहली वेब सीरीज 'द रेलवे मेन' हाल ही में रिलीज हुई, जिसमें केके मेनन, आर माधवन, दिव्येंदु शर्मा और बाबिल खान नजर आए हैं। सीरीज को दर्शकों से शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है, वहीं सितारों का अभिनय भी उनका दिल जीत रहा है। अब मेनन ने बताया कि जब उन्हें इसका प्रस्ताव मिला तो उन्हें यशराज पर ऐसे गंभीर विषय पर कुछ बनाने का भरोसा नहीं हुआ और उन्होंने इनकार कर दिया।
भोपाल गैस त्रासदी का नाम सुनकर हैरान थे मेनन
नेटफ्लिक्स इंडिया के यूट्यूब चैनल पर नीलेश मिश्रा से बातचीत में मेनन ने 'द रेलवे मेन' के लिए यशराज की ओर से पहली बार संपर्क करने पर अपनी प्रतिक्रिया बताई। उन्होंने कहा, "जब मुझे यशराज से फोन आया तो मैंने सोचा कि यह उन फिल्मों में से होगी जो वे आमतौर पर करते हैं, जो अच्छी दिखती हैं। जब उन्होंने मुझे बताया कि यह भोपाल गैस त्रासदी पर है तो मैं ऐसा था कि हे भगवान, ये तो गड़बड़ है।"
तारीखों का हवाला देकर किया था मेनन ने मना
यशराज फिल्म्स का प्रोजेक्ट होने के चलते मेनन इसे ठुकराना चाहते थे। उन्होंने यशराज के एक व्यक्ति को तारीखों का हवाला देकर मना भी किया था, लेकिन उसने अभिनेता से स्क्रिप्ट पढ़ने की बात कह दी। मेनन ने जब स्क्रिप्ट पढ़ी तो वह हैरान रह गए, क्योंकि यह काफी शानदार थी। ऐसे में उन्होंने सवाल पूछा कि क्या वाकई में वे इस स्क्रिप्ट पर ही काम करेंगे? उनके हामी भरते ही अभिनेता ने निर्माताओं से मिलने के लिए कहा।
निर्देशक से मिलने के बाद राजी हुए अभिनेता
इसके बाद मेनन 'द रेलवे मेन' के निर्देशक शिव रवैल मिले और सीधे उनसे सवाल पूछा कि वह स्क्रिप्ट में जो लिखा हो, वही बनाएंगे या बदलाव करने वाले हैं। ऐसे में निर्देशक ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह स्क्रिप्ट पर कायम रहेंगे और इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। इसके बाद ही अभिनेता इसे करने के लिए राजी हुए। उन्होंने सीरीज में भोपाल जंक्शन के स्टेशन मास्टर की भूमिका निभाई और वह इसका हिस्सा बनकर काफी खुश हैं।
कहां देख सकते हैं 'द रेलवे मेन'?
'द रेलवे मेन' 4 एपिसोड की वेब सीरीज है, जिसमें मध्यप्रदेश के भोपाल में हुई गैस त्रासदी के भयानक मंजर को दिखाया गया है। यह सीरीज कई सवालों के जवाब देती है, जैसे इस आपदा की वजह क्या थी, कैसे इसे रोका गया ताकि ज्यादा लोगों की मौत न हो। साथ ही यह कुछ ऐसे लोगों की कहानी भी कहती है, जिन्होंने बिना वर्दी पहने अपने जज्बे, हौसले और इंसानियत की मिसाल पेश की। यह सीरीज नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है।
न्यूजबाइट्स प्लस
3 दिसंबर, 1984 की रात को भोपाल की यूनियन कार्बाइड की फैक्ट्री से गैस लीक हो गई थी। यह मिथाइल आइसोसाइनेट गैस थी, जिसने भोपाल की पूरी हवा को जहरीला बना दिया था। इससे हजारों लोगों की मौत हो गई थी।