फिल्म पर छिड़े विवाद के बीच गुंजन सक्सेना ने कहा- हमेशा वायुसेना का सपोर्ट मिला
क्या है खबर?
हाल ही में बॉलीवुड अभिनेत्री जाह्नवी कपूर के अभिनय से सजी फिल्म 'गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल' रिलीज की गई है। वहीं फिल्म को लेकर काफी विवाद भी शुरु हो चुका है। यह फिल्म भारतीय वायुसेना अधिकारी गुंजन सक्सेना की जिंदगी पर आधारित है।
अब इस फिल्म पर भारतीय वायुसेना ने आपत्ति जताते हुए कहा है कि फिल्म में उनकी छवि को गलत ढंग से दिखाया गया है। इसी बीच अब पहली बार गुंजन सक्सेना ने प्रतिक्रिया जाहिर की है।
सपोर्ट
मुझे भारतीय वायुसेना का पूरा सपोर्ट मिला- गुंजन सक्सेना
गुंजन सक्सेना ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, "मुझे लगता है कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं। मुझे हमेशा सपोर्ट मिला है। फिर चाहे बात मेरे परिवार की हो या इंडियन एयर फोर्स की। मेरे सपनों को पूरा करने में दोनों जगहों से मुझे भरपूर समर्थन दिया गया।"
उन्होंने आगे कहा कि वह अपने सभी साथी अधिकारियों, कमांडिंग अधिकारियों और पर्यवेक्षकों की आभारी है, जिन्होंने हर मुश्किल समय में हमेशा उनका साथ दिया।
जानकारी
कई लोगों को बदलाव स्वीकारने में लगता है वक्त- गुंजन सक्सेना
गुंजन सक्सेना ने आगे कहा, "किसी भी संगठन में हर तरह के लोग होते हैं। जब भी वहां कोई बड़े बदलाव होते है तो कुछ लोगों को इसे स्वीकार करने में अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा समय लगता है।"
भेदभाव
कभी भारतीय वायुसेना ने ट्रेनिंग में नहीं किया भेदभाव- गुंजन
गुंजन ने इस बात को भी स्पष्ट किया है कि ट्रेनिंग के दौरान भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने कभी पुरुष और महिलाओं के बीच कोई अंतर नहीं किया।
उन्होंने कहा, "फ्लाइट की ट्रेनिंग के लिए भी शुरुआत में ही अधिकारियों ने हमें यही बात सिखाई थी कि विमान को नहीं पता कि उसे उड़ाने वाला कोई पुरुष है या महिला इसलिए प्रशिक्षण के दौरान वह भी उनमें कोई अंतर नहीं करेंगे।"
फिल्म
फिल्म में दिखाई गई विपरित परिस्थितियां
फिल्म में दिखाया गया कि गुंजन बचपन से ही प्लेन उड़ाने का सपना देखती है, लेकिन उन्हें परिवार में हमेशा उनके पिता का सपोर्ट ही मिला। इसके अलावा शुरुआती करियर में उन्हें कई तरह के संघर्षों का सामना करना पड़ा था।
फिल्म में दिखाया गया कि शुरु के कुछ सालों तक भारतीय वायुसेना ने उनके साथ बहुत भेदभाव किया, ट्रेनिंग के दौरान भी उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
जबकि गुंजन का बयान उनकी बायोपिक के खिलाफ जा रहा है।
मांग
महिला आयोग की चेयरपर्सन बंद करवाना चाहती हैं फिल्म की स्क्रीनिंग
अब यह विवाद इतना बढ़ चुका है कि हाल ही में महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने इस फिल्म की स्क्रीनिंग तक बंद करने की मांग कर डाली है।
उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा, 'अगर यह सही है तो फिल्म मेकर्स को माफी मांगनी चाहिए और फिल्म की स्क्रीनिंग को रोका जाना चाहिए। क्यों ऐसी कोई फिल्म दिखाई जाए जिनमें भारतीय फोर्स की गलत छवि दिखती है, जबकि वह तथ्य ही झूट है।'
मांग
वायुसेना ने की NOC रद्द करने की मांग
बता दें कि हाल ही में वायुसेना की ओर से सेंसर बोर्ड को एक पत्र लिखा गया है जिसमें उन्होंने फिल्म के कुछ सीन्स पर आपत्ति जताते हुए NOC रद्द करने की मांग की है।
फिल्म को लेकर एक वायुसेना अधिकारी ने बताया कि IAF ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ सर्टिफिकेशन (CBFC) को एक पत्र लिखकर फिल्म के कुछ सीन्स पर आपत्ति जताई है। जिनमें IAF को गलत रूप से दिखाया गया है।
परिचय
जानिए कौन हैं गुंजन सक्सेना
स्कॉवड्रन लीडर गुंजन सक्सेना ने समाज की सोच के विपरित जाकर अपना करियर चुना और एक फाइटर पायलट बनी। यही गुंजन 1999 के गृह युद्ध में प्रवेश करने वाली पहली महिला लड़ाकू विमान चालकों में से एक थीं।
कारगिल युद्ध के दौरान वह चीता लाइट ट्रासंपोर्ट हेलीकॉप्टर उड़ाती थीं। अपने कार्यकाल में वह युद्ध के मैदान से घायल सैनिकों को निकालने कर अस्पताल पहुंचाती थीं। वह जंग के मैदान में सैनिकों को उनकी जरूरत का सामान भी सप्लाई करती थीं।