
अनुराग कश्यप ने छोड़ी शराब, बोले- बॉलीवुड वाले सोचते हैं राम गोपाल वर्मा के रास्ते जा रहा
क्या है खबर?
अनुराग कश्यप का नाम उन निर्देशकों में शुमार हैं, जो अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपनी बेबाक बयानबाजी के लिए भी मशहूर हैं। पिछले कुछ समय से वह लगातार बॉलीवुड पर निशाना साध रहे हैं। हिंदी फिल्मों से दूरी बनाने के लिए उन्होंने मुंबई तक छोड़ दिया। हाल ही में अनुराग ने मायानगरी छोड़ने पर खुलकर अपने विचार रखे और बताया कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े रहने का उनका अनुभव कैसा रहा। आइए जानें क्या कुछ बोले अनुराग।
दूरी
मुंबई छोड़ने के बाद बनाई शराब से दूरी
एक यूट्यूब चैनल से बातचीत में अनुराग बोले, "मुंबई छोड़ने के बाद या साउथ का रुख करने के बाद मैंने दारू से दूरी बना ली। अब मैं जितना लिखता हूं, उतना पहले मैंने कभी नहीं लिखा। मुंबई में अपने आसपास की नकारात्मकता को मैं संभाल नहीं पा रहा था। मैं डिप्रेशन में चला गया था। हालांकि, अब मैं उससे बाहर आ गया हूं और जिंदगी का लुत्फ उठा रहा हूं। मैंने हिंदी फिल्में देखना बंद कर दिया है।"
मोह भंग
अनुराग को इसलिए हो गया मुंबई से मोह भंग
अनुराग बोले, "मुंबई के लोगों को लगता है कि मुझे एक मार्गदर्शक की जरूरत थी, जो मेरा उद्धार कर सके। उन्हें लगता था कि मैं निर्देशक राम गोपाल वर्मा के रास्ते जा रहा हूं। वो सोचते हैं कि अगर वे मेरे साथ जुड़े तो उन्हें कुछ स्टूडियो के साथ काम करने का मौका नहीं मिलेगा या कोई और नाराज हो जाएगा। मैं ऐसी जगह पर क्यों रहूंख् जहां मुझे लोग आपकी शराबखोरी के बारे में बात कर रहे हैं।"
बयान
"अब मैं ऐसी जगह पर हूं, जहां लोग मुझसे प्यार करते हैं"
अनुराग कहते हैं, "मुंबई में लोग मेरे डिप्रेशन पर बात करते हैं, लोग कहते हैं कि मैं अपना रास्ता भटक गया हूं। वो मेरे उद्धारकर्ता बनने की कोशिश कर रहे हैं और मुझे बताते हैं कि मुझे खुद को बचाने के लिए क्या करना चाहिए। साउथ में आ जाने के बाद अब मुझे मानसिक शांति मिली है। मुझे ऐसे लोगों से निपटना नहीं पड़ता। मैं अब ऐसी जगह पर हूं, जहां मैं प्रेरित हूं और लोग मुझे प्यार करते हैं।"
डिप्रेशन
अनुराग कब हुए डिप्रेशन के शिकार?
अनुराग का कहना है कि उन्होंने नए फिल्मकारों की बहुत सारी फिल्में देखना शुरू किया। उन्होंने बहुत सारी मलयालम फिल्में देखीं। उनके मुताबिक, हिंदी फिल्म निर्माता और निर्देशक उन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं, क्योंकि उनके लिए वो बुरे हैं, क्योंकि वो घुमा-फिराकर बात नहीं करते। साफ बोलते हैं। अनुराग ने ये भी बताया कि उन्हें नेटफ्लिक्स के लिए बन रहे अपनी वेब सीरीज 'मैक्सिमम सिटी' के अचानक बंद होने के बाद मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा।