ऑस्कर 2023 के लिए गुजराती फिल्म 'छेल्लो शो' बनी भारत की आधिकारिक एंट्री
लंबे समय से सोशल मीडिया पर भारत की ओर से ऑस्कर के लिए भेजी जाने वाली आधिकारिक फिल्म की चर्चा हो रही थी। सोशल मीडिया पर प्रशंसक 'द कश्मीर फाइल्स' और 'RRR' जैसी फिल्मों को ऑस्कर में भेजने के कयास लगा रहे थे। अब चयन समिति ने ऑस्कर के लिए भेजी जाने वाली आधिकारिक फिल्म की घोषणा कर दी है। भारत की ओर से इस साल गुजराती फिल्म 'छेल्लो शो' को ऑस्कर के लिए भेजा जा रहा है।
कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जा चुकी है फिल्म
'छेल्लो शो' (लास्ट फिल्म शो) को भारत की ओर से 95वें अकादमी पुरस्कार के में सर्वश्रेष्ठ फिल्म की दावेदारी के लिए चुना गया है। फिल्म एक चाय बेचने वाले बच्चे के सपनों की कहानी है। फिल्म कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जा चुकी है। साथ ही यह पहले ही कुछ अतंरराष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी है। 2021 की इस फिल्म का निर्देशन पान नलिन ने किया है। फिल्म में भविन राबरी, रिचा मीना और भावेश श्रीमली मुख्य भूमिका में हैं।
बच्चे के मासूम सपने की कहानी है 'छेल्लो शो'
फिल्म का मुख्य किरदार एक बच्चा है जो चाय बेचता है। इस बच्चे का सपना है कि वह एक दिन बड़े पर्दे पर फिल्म देखे। इसके लिए वह हर संभव कोशिश करता है। बच्चा कहता है कि वह प्रकाश को पढ़ना चाहता है। वह कभी घर से भागकर तो कभी काम से भागकर बड़े पर्दे पर फिल्म देखने की कोशिश करता रहता है। इस बच्चे के मासूम सपने के जरिए फिल्म चुपके से एक प्यारा सा संदेश दे जाती है।
ऑस्कर में भेजने के लिए कैसे चुनी जाती है कोई फिल्म?
ऑस्कर में भेजने के लिए आधिकारिक रूप से फिल्म का चयन करने के लिए चयनकर्ताओं की एक समिति बनाई जाती है। इस समिति में हर साल कुछ नए सदस्य शामिल किए जाते हैं। फिल्म के चयन के लिए पहले फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) देश के सभी फिल्म एसोसिएशन को अपनी ओर से फिल्म भेजने के लिए निमंत्रण भेजता है। इसके बाद चयनकर्ता भेजी गई सभी फिल्मों की स्क्रीनिंग करते हैं और किसी एक फिल्म का चुनाव करते हैं।
फिल्म के चुनाव के लिए क्या होते हैं मानक?
एंट्री में आईं फिल्मों में सिर्फ लोकप्रिय फिल्में ही शामिल नहीं होतीं, बल्कि अलग-अलग क्षेत्रों की फिल्में भी होती हैं। फिल्म की कहानी ऐसी होनी चाहिए जो वैश्विक स्तर पर लोगों से जुड़ सके। फिल्ममेकिंग, सिनेमेटोग्राफी, निर्देशन, लेखन जैसी चीजों की गुणवत्ता भी विश्वस्तर पर मुकाबला करने लायक हो। पिछले एक साल में फिल्म देश के किसी सिनेमाघर में रिलीज हुई हो। यह फिल्म देश की किसी भी आधिकारिक भाषा में होनी चाहिए और इंग्लिश सबटाइटल्स का होना जरूरी है।
इन फिल्मों के ऑस्कर में भेजे जाने की थी चर्चा
सोशल मीडिया पर लंबे समय से ऑस्कर के लिए भेजी जाने वाली फिल्म के कयास लगाए जा रहे थे। प्रशंसक 'द कश्मीर फाइल्स' को ऑस्कर के लिए भेजने की मांग भी कर रहे थे। वहीं, कुछ दर्शक एसएस राजामौली की फिल्म 'RRR' की ऑस्कर के लिए दावेदारी की उम्मीद कर रहे थे। कुछ एक्सपर्ट्स का कहना था कि आर माधवन की फिल्म 'रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट' ऑस्कर के लिए भारत की आधिकारिक एंट्री बन सकती है।