गोधरा कांड पर बनी फिल्म करने को राजी नहीं थे अभिनेता, निर्देशक ने बताई कहानी
इस साल मई में गुजरात के गोधरा कांड पर आधारित फिल्म 'गोधरा: एक्सिडेंट या कॉन्सपिरेसी' की घोषणा हुई थी। इस फिल्म का निर्माण बीजे पुरोहित और निर्देशन एमके शिवाक्ष कर रहे हैं। फिल्म अगले साल फरवरी में रिलीज होगी। एक बातचीत में एमके शिवाक्ष ने बताया है कि इस फिल्म को कई अभिनेताओं ने ठुकरा दिया था। कई अभिनेताओं ने महीना भर इंतजार करने के बाद मना कर दिया। शिवाक्ष ने फिल्म के बारे में अन्य जानकारी भी दी है।
10-12 अभिनेताओं ने ठुकराई फिल्म- निर्देशक
दैनिक भास्कर से बातचीत में शिवाक्ष ने बताया कि इस फिल्म को करीब 10-12 अभिनेताओं ने ठुकरा दिया था। उन्होंने बताया, "ऐसी फिल्मों को करने के लिए कोई सीधा मना नहीं करता, बल्कि बहानेबाजी करके मना कर देते हैं। किसी ने तारीख की समस्या बताई, तो किसी ने तारीफ करके कोई और वजह बताई। हमारी फिल्म में कोई हीरो नहीं है, पूरी फिल्म हीरो है। इसलिए किसी ने किरदार नहीं, बल्कि फिल्म करने से ही मना किया।"
घटना की शूटिंग करते हुए रो पड़े कलाकार
निर्देशक ने बताया कि फिल्म में गोधरा कांड दिखाने के लिए हैदराबाद के रामोजी फिल्म सिटी में स्टेशन का सेट लगाया गया था। इस सेट को तैयार करने में 1-2 करोड़ रुपये खर्च हुए। ट्रेन के सभी दृश्य यहीं फिल्माए गए हैं। उन्होंने बताया कि ट्रेन की घटना की शूटिंग करते हुए कलाकार इतने भावुक हो गए कि सभी रोने लगे। उन्हें लगा कि किसी को चोट लग गई है, लेकिन बाद में पता चला कि सभी लोग भावुक थे।
कोर्ट रूप ड्रामा फिल्म है 'गोधरा: एक्सिडेंट या कॉन्सपिरेसी'
निर्देशक ने बताया कि यह कोर्ट रूम ड्रामा फिल्म होगी। कोर्ट की जिरह की पृष्ठभूमि पर घटना को दिखाया जाएगा। इसके लिए उन्होंने नानावटी आयोग की रिपोर्ट और अन्य स्त्रोत्रों पर खूब शोध किया है। इस घटना को 3 हिस्सों में दिखाया जाएगा। एक कहानी कोर्ट रूम में चलेगी, फ्लैशबैक में घटनाओं को दिखाया जाएगा और समानांतर इसके मास्टरमाइंड की साजिशों को भी दिखाया जाएगा। फिल्म में कार सेवकों की जिंदगी भी दिखाई जाएगी।
गोधरा कांड की बरसी पर आएगी फिल्म
फिल्म में रणवीर शौरी और मनोज जोशी मुख्य भूमिका में होंगे। दोनों वकील का किरदार निभा रहे हैं। यह फिल्म अगले साल गोधरा कांड की बरसी की तारीख, 27 फरवरी को रिलीज होगी। शिवाक्ष ने कहा, "कितने सिनेमाघर में फिल्म रिलीज होगी, इसकी सही संख्या तो निर्माता ही बता सकते हैं। फिर भी इसे करीब 1,200-1,300 सिनेमाघरों में लाने की योजना है।" उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं देशभर को गोधरा का सच पता चल सके।
क्या हुआ था गोधरा में?
27 फरवरी, 2002 को गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस की कारसेवकों से भरी एक बोगी में आग लगा दी गई थी, जिसमें 54 कारसेवकों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद गुजरात के कई इलाकों में हिंदु-मुस्लिम दंगे भड़क गए थे। इस मामले में कोर्ट ने 12 आरोपियों को दोषी करार दिया था। कोर्ट ने 8 आरोपियों को आजीवन कारावास और 4 को सजा-ए-मौत की सुनाई थी।