UPSC: भूगोल की तैयारी के लिए करें इन किताबों का इस्तेमाल
भूगोल विषय संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) के पाठ्यक्रम का महत्वपूर्ण हिस्सा है। ये प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन पेपर 1 का हिस्सा है। वैकल्पिक विषय के रूप में भी भूगोल उम्मीदवारों के बीच लोकप्रिय है। इस विषय में अच्छे अंक लाने के लिए सही अध्ययन सामग्री का चुनाव जरूरी है। आइए भूगोल विषय की तैयारी के लिए उपयोगी किताबें और तैयारी की टिप्स जानते हैं।
NCERT किताबों से करें तैयारी
भूगोल की NCERT किताबें आसान भाषा में महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी प्रदान करती है और बुनियादी अवधारणाओं को सीखने में मदद करती है। उम्मीदवार कक्षा 6 की पृथ्वी हमारा आवास, कक्षा 7 की हमारा पर्यावरण, कक्षा 8 की संसाधन और विकास, कक्षा 9 की समकालीन भारत भाग 1, कक्षा 10 की समकालीन भारत भाग 2, कक्षा 11 की भौतिक पर्यावरण, कक्षा 12 की मानव भूगोल के मूल सिद्धांत, कक्षा 12 की भारत लोग और अर्थव्यवस्था नामक NCERT किताब पढ़ें।
उन्नत किताबों का इस्तेमाल करें
भूगोल का व्यापक अध्ययन करने के लिए उम्मीदवारों को उन्नत किताबों का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। परीक्षा की तैयारी के लिए उम्मीदवार माजिद हुसैन की भारत का भूगोल, माजिद हुसैन की विश्व भूगोल, गोह चेंग लियोंग की भौतिक और मानव भूगोल, डीआर खुल्लर की सिविल सेवा परीक्षा के लिए भौतिक, मानवीय और आर्थिक भूगोल, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ऑक्सफोर्ड स्कूल एटलस किताब का अध्ययन करें। उम्मीदवार ओरिएंट ब्लैकस्वान एटलस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
मानचित्र की सहायता से पढ़ें
भूगोल विषय में अच्छे अंक लाने के लिए मानचित्रों की सहायता से पढ़ना सबसे अच्छा है। इससे मिट्टी, इलाके, कृषि पैटर्न, नदियां, जल निकासी जैसे विषय कवर कर सकते हैं। भारत के राजनीतिक और भौतिक मानचित्र जलवाय से लेकर वन्य जीवन तक के विषयगत मुद्दे कवर करते हैं। विश्व भूगोल को समझने के लिए मानचित्र उपयोगी होते हैं। इनकी मदद से विश्व के प्रमुख सागर, देशों के बीच संपर्क मार्ग, प्रसिद्ध देश आदि याद कर सकते हैं।
नोट्स की मदद लें
भूगोल विषय में कई सारी जानकारियां पढ़नी होंगी। ऐसे में नोट्स बेहद जरूरी है। अगर आपके पास पर्याप्त समय है तो किताबों को पढ़ने के बाद खुद से नोट्स बनाएं, लेकिन अगर समय की कमी है तो ऑनलाइन नोट्स की मदद लें। हालांकि, ऑनलाइन नोट्स को भी समय-समय पर अपडेट करना जरूरी है। उम्मीदवार पिछले सालों के प्रश्नपत्र का अवलोकन करें। इससे परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के प्रकार को समझने में मदद मिलेगी।