UPSC: अर्थशास्त्र की तैयारी के लिए करें इन किताबों का इस्तेमाल
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा के पाठ्यक्रम में अर्थशास्त्र प्रमुख विषय है। इस विषय से प्रारंभिक परीक्षा में कई सवाल पूछे जाते हैं। ये विषय सामान्य अध्ययन पेपर 1 और 3 का भी हिस्सा है। इसके साथ अर्थशास्त्र प्रमुख वैकल्पिक विषयों में भी शामिल है। इस विषय के सभी सूक्ष्म और व्यापक क्षेत्रों को कवर करने के लिए अर्थशास्त्र की किताबें बेहद महत्वपूर्ण हैं। आइए अर्थशास्त्र के लिए उपयोगी किताबों के बारे में जानते हैं।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए अर्थशास्त्र की किताबें
प्रारंभिक परीक्षा के लिए अर्थशास्त्र के पाठ्यक्रम में आर्थिक विकास, गरीबी, रोजगार जैसे मुद्दे शामिल हैं। ऐसे में उम्मीदवार कक्षा 9 से लेकर कक्षा 12 तक की अर्थशास्त्र की NCERT किताबें जरूर पढ़ें। खासतौर पर कक्षा 11 की NCERT किताब भारत का आर्थिक विकास गहराई से पढ़ें। इसके बाद रमेश सिंह की भारतीय अर्थव्यवस्था, नितिन सिंघानिया की सिविल सेवा के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था, जैन और ओहरी की भारत में आर्थिक विकास और नीतियां नामक किताब का इस्तेमाल कर सकते हैं।
मुख्य परीक्षा के लिए अर्थशास्त्र की किताबें
मुख्य परीक्षा के लिए अर्थशास्त्र के पाठ्यक्रम में भारतीय अर्थव्यवस्था, बजट, बुनियादी ढांचे और सरकारी नीति जैसे मुद्दे शामिल हैं। मुख्य परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए पूरे पाठ्यक्रम को व्यापक तौर पर कवर करना बेहद जरूरी है। ऐसे में उम्मीदवार रमेश सिंह की भारतीय अर्थव्यवस्था, शंकर गणेश की भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रमुख अवधारणाएं, उमा कपिला की भारतीय अर्थव्यवस्था, संजीव वर्मा की भारतीय अर्थव्यवस्था नामक किताबों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
वैकल्पिक विषय के लिए अर्थशास्त्र की किताबें
अर्थशास्त्र UPSC के लिए प्रमुख वैकल्पिक विषयों में से एक है। अर्थशास्त्र वैकल्पिक विषय की तैयारी के लिए कई किताबें उपलब्ध हैं। उम्मीदवार आर दत्त और केपीएम सुंदरम की भारतीय अर्थव्यवस्था, एमएल झिंगन की ग्रोथ एंड डेवलपमेंट, बो सोडरस्टन की अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र, आरएस सेयर्स की आधुनिक बैंकिंग, एडवर्ड शापिरो की समष्टि आर्थिक विश्लेषण, केनेथ कुरिहारा की मौद्रित सिद्धांत और सार्वजनिक नीति, एनके सिन्हा की पैसा और बैंकिंग, रिचर्ड फ्रॉयन की मैक्रोइकोनॉमिक्स जैसी किताबों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
करेंट अफेयर्स पर पकड़ बनाएं
अर्थशास्त्र में अधिकांश मुद्दे करेंट अफेयर्स से जुड़े होते हैं। ऐसे में प्रतिदिन अखबार पढ़ें। अखबार में SEBI, कृषि उद्योग, अर्थव्यवस्था में सुधार और नीति आयोग से संबंधित खबरें और संपादकीय पढ़ें। आर्थिक सर्वेक्षण और केंद्रीय बजट को अच्छे से पढ़ें। उम्मीदवारों को नीति आयोग और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की रिपोर्ट्स पढ़ने की सलाह भी दी जाती है। विभिन्न सरकारी योजनाओं, विकास, सेवा और औद्योगिक क्षेत्रों के आंकड़ों पर नोट्स बनाना भी जरूरी है।