UPSC: ऐसे करें पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान वैकल्पिक विषय की तैयारी
पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में उपलब्ध कराए गए वैकल्पिक विषयों में से एक है। ये विषय भूगोल, राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध, इतिहास जैसा लोकप्रिय नहीं है, लेकिन चिकित्सा विज्ञान की पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों के लिए ये अच्छा विकल्प है। इस विषय में प्रतिस्पर्धा कम हैं, ऐसे में ये स्कोरिंग साबित हो सकता है। आइए इस वैकल्पिक विषय की तैयारी के टिप्स जानते हैं।
पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान विषय का पाठ्यक्रम
पेपर 1 में पशु पोषण, ऊर्जा स्त्रोत, चारा सरंक्षण, पोल्ट्री पोषण, चारा भंडारण, पशु फिजियोलॉजी, रक्त घटक, उत्सर्जन, श्वसन, दुग्ध उत्पादन, पशु प्रजनन, पशुधन उत्पादन और प्रबंधन, वाणिज्यिक डेयरी फार्मिंग, अनुवांशिकी, अवधारणा, प्रौद्योगिकी का सृजन आदि टॉपिक शामिल हैं। पेपर 2 में एनाटॉमी, फार्माकोलॉजी और हाइजीन, हिस्टोलॉजी और हिस्टोलॉजिकल तकनीक, भ्रूण विज्ञान, बोवाइन एनाटॉमी, चिकित्सकीय दवाएं, जल, वायु और आवास के संदर्भ में पशु चिकित्सा, पशु रोग, दुग्ध और दुग्ध उत्पाद प्रौद्योगिकी, मांस प्रौद्योगिकी आदि टॉपिक पढ़ने होंगे।
कौनसी किताबें पढ़ें?
इस वैकल्पिक विषय की तैयारी के लिए उम्मीदवार निम्न किताबों का इस्तेमाल कर सकते हैं:- डीवी रेड्डी की पशु पोषण के सिद्धांत, गायटन और हॉल की मेडिकल फिजियोलॉजी की पाठ्यपुस्तक, यू सत्यनारायण की जैव रसायन। ड्यूक्स फिजियोलॉजी ऑफ डोमेस्टिक एनिमल्स, गार्डनर की जेनेटिक्स का सिद्धांत, एसएस तोमर की पशु प्रजनन, डाल्टन की प्रैक्टिकल एनिमल ब्रीडिंग। सुकुमार डे की डेयरी प्रौद्योगिकी, बीडी शर्मा की मांस और मांस उत्पाद प्रौद्योगिकी, जीसी बनर्जी की पशुपालन पर पाठ्यपुस्तक।
महत्वपूर्ण टॉपिकों को प्रमुखता से कवर करें
पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान में एनिमल फिजियोलॉजी, पशु प्रजनन, ऊर्जा प्रोटीन अंतर्संबंध, पशु अनुवांशिकी, पशु आहार और प्रबंधन, एनाटॉमी, पशु उत्पाद प्रौद्योगिकी जैसे टॉपिक हैं, जिन्हें पढ़ना बेहद जरूरी है। परीक्षा में इन विषयों से सवाल पूछे जाते हैं। इसके अलावा उम्मीदवार पिछले साल के प्रश्नपत्रों का अवलोकन करें। परीक्षा में कई सवाल पिछले साल के प्रश्नपत्रों से सीधे दोहराए जाते हैं। ऐसे में उम्मीदवार इन टॉपिकों को नोट करें और अच्छे से कवर करें।
नोट्स बनाएं
इस विषय में अधिकांश टॉपिक मूल अवधारणाओं से जुड़े हैं, लेकिन आपको कुछ तथ्य भी याद करने होंगे। पशुपालन और पशु चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण खोज, खोजकर्ता का नाम, पशुपालन, पशु प्रजनन से जुड़ी महत्वपूर्ण तकनीकें आदि को नोट्स में लिख लें। इन जानकारियों का नियमित रूप से रिवीजन करें। अभ्यर्थी प्रतिदिन उत्तर लेखन का भी अभ्यास करें। उत्तरों को प्वाइंट्स में लिखने की कोशिश करें। इस विषय से जुड़े महत्वपूर्ण चित्रों को बनाना सीखें।
पाठ्यक्रम को करेंट अफेयर्स से जोड़े
पशुपालन और पशु चिकित्सा के क्षेत्र में नई-नई खोज होती रहती है, ऐसे में उम्मीदवार इस विषय को करेंट अफेयर्स से जोड़कर पढ़ें। प्रत्येक भाग को पढ़ते समय उससे संबंधित ताजा जानकारी और टिप्पणियों को शामिल करें और प्रतिदिन अखबार पढ़ें।