उत्तर प्रदेश: दिन में तीन सेल्फी अटेेंडेंस सिस्टम से शिक्षकों ने जताई नाराजगी, किया विरोध प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के मेरठ क्षेत्र के कई शिक्षकों ने अटेेंडेंस लगाने के नए सिस्टम से नाखुशी जताई है। हाल ही में उत्तर प्रदेश में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों की अटेेंडेंस के लिए एक 'प्रेरणा ऐप' लॉन्च की गई है। इस ऐप के माध्यम से शिक्षकों को दिन में तीन बार सेल्फी भेजकर अपनी अटेेंडेंस लगानी होती है। 'प्रेरणा ऐप' को सितंबर, 2019 की शुरूआत में लॉन्च किया गया था। आइए जानें क्या है पूरी खबर।
इसलिए लॉन्च की गई ये ऐप
इस ऐप को राज्य सरकार ने इसलिए लॉन्च किया, जिससे ये देखा जा सके कि शिक्षक अपनी नौकरी के लिए कितने रेगुलर हैं और कितना समय पर आते हैं। इस ऐप के माध्यम से शिक्षकों को एक दिन में तीन बार छात्रों के साथ सेल्फी लेनी होगी। शिक्षकों को सबसे पहले सुबह की असेंबली में, फिर मिड डे मील के समय और अंत में स्कूल से बाहर निकलते समय सेल्फी लेनी होगी।
शिक्षकों का क्या कहना है?
इस ऐप के लॉन्च को लेकर शिक्षकों ने काफी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि सरकार को इस ऐप के माध्यम से उन पर नजर रखने की बजाय सरकारी स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करने पर काम करना चाहिए।
"शिक्षकों को पहले से ही बहुत सारे काम हैं"
उत्तर प्रदेश शिक्षा महासंघ के नेता ओमप्रकाश शर्मा का कहना है कि शिक्षकों के पास पहले से ही बहुत सारे काम हैं। शर्मा के अनुसार सरकार की तरफ से होने वाले सर्वे का काम भी शिक्षकों को दिया जाता है, स्कूलों में लिपिक काम (Clerical Work) भी शिक्षक देखते हैं और चुनाव के दौरान भी उनकी ड्यूटी लगाई जाती है। ऐसे में सरकार शिक्षकों से दिन में तीन बार सेल्फी अपलोड करने की भी उम्मीद कर रही है।
किया गया विरोध प्रदर्शन
शर्मा ने कहा, "हमने हाल ही में ऐप और शिक्षकों के शोषण के खिलाफ मेरठ की कचहरी में विरोध प्रदर्शन किया था। हम उम्मीद करते हैं कि सरकार हमारी चिंताओं को सुनेगी और उन्हें दूर करने का प्रयास करेगी।" हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार मेरठ की एक शिक्षक का कहना है कि दिन में तीन बार सेल्फी क्लिक करने में समय भी लगेगा और इससे काम में भी रुकावट आएगी और ये एक प्राइवेसी की बात भी है।