NTA UGC NET 2019: जानें परीक्षा पैटर्न और तैयारी के लिए अपनाएं ये टिप्स, मिलेगी सफलता
NTA द्वारा UGC NET जून 2019 परीक्षा सहायक प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फैलोशिप (JRF) या सहायक प्रोफेसर के लिए उम्मीदवार की पात्रता का निर्धारण करने के लिए आयोजित कराई जा रही है। इस साल परीक्षा 20-28 जून, 2019 तक ऑनलाइन मोड में होगी। यह CBT होगा, जिसमें दो पेपर यानी पेपर-1 और पेपर-2 होंगे। NET परीक्षा काफी कठिन होती है, इसलिए सही तैयारी से ही आप इस परीक्षा में अहर्ता पा सकते हैं। आइए जानें कुछ टिप्स।
क्या है परीक्षा पैटर्न
उम्मीदवारों को केवल JRF और सहायक प्रोफेसर या सहायक प्रोफेसर के लिए पात्र होने के लिए दोनों पेपर देने होंगे। पेपर-1 पहले सत्र में और पेपर-2 दूसरे सत्र में आयोजित किया जाएगा। प्रश्न पत्र में वस्तुनिष्ठ प्रकार (Objective Type) के प्रश्न होंगे। पेपर-1 में प्रश्न शिक्षण/रिसर्च एप्टीट्यूड से होंगे। पेपर-2 में प्रश्न उम्मीदवार द्वारा चयनित विषय पर आधारित होंगे। पेपर-1 की समय अवधि एक घंटा और पेपर-2 की दो घंटे की होगी।
सिलेबस को समझकर टाइम टेबल बनाएं
जैसा कि हमने आपको ऊपर परीक्षा का पैटर्न बताया है। अब आप अपने परीक्षा पैटर्न और सिलेबस को अच्छे से समझकर एक सही और अच्छा टाइम टेबल बनाएं। किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए आपको एक सही टाइम टेबल बनाकर उसे फॉलो करना होगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आपको सही टाइम टेबल बनाने के लिए सबसे पहले अपने परीक्षा पैटर्न को समझना होगा। टाइम टेबल बनाते समय, उसमें रिवीजन के लिए समय जरुर रखें।
#2: मार्किंग स्कीम को ध्यान में रखें
परीक्षा की मार्किंग स्कीम पर जरुर ध्यान दें। पेपर-1 में आपसे 100 नंबर के 50 प्रश्न पूछे जाएंगे। पेपर-2 में आपसे 200 नंबर के 100 प्रश्न पूछे जाएंगे। सभी प्रश्न अनिवार्य होंगे। प्रत्येक सही उत्तर के लिए उम्मीदवारों को 2 नंबर दिए जाएंगे।
शॉर्ट नोट्स जरुर बनाएं
जब आप अपनी परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे हों, तो जो भी टॉपिक या प्वाइंट आपको महत्वपूर्ण लगें। उसे अलग से लिख लें। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आप अपने शॉर्ट नोट्स आसानी से तैयार कर सकते हैं। परीक्षा के समय आपको शॉर्ट नोट्स की काफी जरुरत होती है। शॉर्ट नोट्स त्वरित रिवीजन के लिए काम आते हैं। साथ ही ये भी कहा जाता है कि आपको अपने द्वारा लिखी हुई चीज अच्छे से याद रहती है।
मॉक टेस्ट दें
उम्मीदवारों को पिछले साल के प्रश्नपत्रों को हल करना चाहिए। इससे उनको परीक्षा पैटर्न को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी और उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों को हल करने से पहले पाठ्यक्रम से संबंधित प्रत्येक विषय को तैयार करें और समझें। इसके साथ ही आप मॉक टेस्ट भी दे सकते हैं। ऐसा करने से आपको पता चलेगा कि आप अपने पेपर को कितनी देर में हल कर सकते हैं।