उन्नाव मामलाः रेप, कई मौतें और एक्सीडेंट, जानें इस केस में अब तक क्या-क्या हुआ
एक लड़की का रेप होता है। फिर पुलिस हिरासत में लड़की का पिता मारा जाता है। उसके बाद लड़की और उसके परिवार के दूसरे लोगों को ट्रक से कुचलकर मारने की कोशिश की जाती है। इन सबके आरोप सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक पर लगते हैं। विधायक जेल में बैठे ये सारे खेल करवा रहे हैं, ऐसा पीड़िता के परिजन आरोप लगाते हैं। आइये, जानते हैं कि इस केस में अब तक क्या-क्या हुआ है।
2017 में हुआ था पीड़िता के साथ रेप
आरोप है कि 4 जून, 2017 को भाजपा विधायक सेंगर ने पीड़िता के साथ रेप किया था। इसके बाद पीड़िता घर से लापता हो जाती है। लगभग 10 दिन बाद पीड़िता मिलती है। पीड़िता का परिवार आरोप लगाता है कि स्थानीय पुलिस ने पीड़िता को बयान में भाजपा विधायक का नाम लेने से रोका था। इसके बाद परिवार योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर सेंगर के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश देने की मांग करता है।
विधायक के भाई ने की पीड़िता के पिता के साथ मारपीट
फरवरी, 2018 में पीड़िता की मां ने कोर्ट में गुहार लगाई की सेंगर और उसके भाई का नाम FIR में शामिल किया जाए। दो महीने बाद अप्रैल में विधायक के भाई अतुल सेंगर पीड़िता के पिता के साथ मारपीट करते हैं। उससे अगले दिन पुलिस लड़की के पिता को ही आर्म्स एक्ट के तहत मामले में जेल भेज देती है। इसके चार दिन बाद पीड़िता और उनकी मां योगी आदित्यनाथ के घर के बाहर आत्मदाह की कोशिश करती है।
पुलिस हिरासत में हुई पीड़िता के पिता की मौत
इस घटना से अगले दिन पुलिस हिरासत में बंद पीड़िता के पिता की मौत हो जाती है। पुलिस की प्रताड़ना से उनकी मौत हुई है। इस मामले में छह पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था। पीड़िता के पिता की मौत से अगले दिन क्राइम ब्रांच ने विधायक के भाई अतुल सेंगर को गिरफ्तार किया। उन पर पीड़िता के पिता के साथ मारपीट के आरोप थे। पुलिस ने अतुल सेंगर पर धारा 304, 323 और 504 के तहत मुकदमा दर्ज किया।
राज्य सरकार ने CBI को सौंपी जांच
यहां तक आते-आते मामला सुर्खियों में आ चुका था। देशभर का मीडिया मामले की कवरेज कर रहा था। चारों तरफ से दबाव बढ़ता देख राज्य सरकार ने मामले की जांच CBI को सौंप दी। जुलाई में CBI ने अपनी पहली चार्जशीट में अतुल सेंगर समेत पांच लोगों पर पीड़िता के पिता की हत्या के आरोप तय किए। वहीं रेप केस में CBI ने कुलदीप सेंगर और शशि सिंह के खिलाफ चार्जशीट दायर की।
रायबरेली जेल में बंद है पीड़िता का चाचा
इसी बीच पीड़िता के चाचा को एक जिला अदालत ने 19 साल पुराने हत्या की कोशिश के मामले में 10 साल की सजा सुनाई। इस केस की शिकायत अतुल सिंह सेंगर ने की थी। पीड़िता का चाचा इसी मामले में रायबरेली जेल में सजा काट रहा है, जिससे मिलने के लिए पीड़िता अपनी चाची, मौसी और अपने वकील के साथ जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में एक ट्रक उनकी कार को टक्कर मार देता है।
पीड़िता की कार से होती है ट्रक की टक्कर
बीते रविवार पीड़िता, पीड़िता के परिवार के लोग और वकील कार से रायबरेली जेल जा रहे होते हैं। रायबरेली के पास एक तेज गति से आ रहा ट्रक पीड़िता की कार को टक्कर मारता है। बताया जा रहा है कि ट्रक रायबरेली से फतेहपुर जा रहा था और पीड़िता की कार उन्नाव से रायबरेली जा रही थी। पीड़िता की सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षाकर्मी पीड़िता के साथ नहीं थे। ट्रक की नंबर प्लेट पर काला पेंट लगा था।
साजिश के सारे संकेत दे रही टक्कर को पुलिस मान रही हादसा
मीडिया में आ रही रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता के सुरक्षाकर्मी जेल में बैठे विधायक को पीड़िता के मूवमेंट की जानकारी दे रहे थे। सुरक्षाकर्मियों का साथ नहीं होना, ट्रक की नंबर प्लेट पर लगा काला पेंट आदि एक साजिश की तरफ इशारा कर रहे हैं। हालांकि, उत्तर प्रदेश पुलिस इसे प्रथमदृष्टया दुर्घटना मानकर जांच कर रही है। पुलिस ने ट्रक के ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है। वहीं ट्रक का मालिक सपा नेता का भाई है।
हादसे में दो महिलाओं की मौत
इस टक्कर में कार में सवार पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी। वहीं पीड़िता और उनके वकील गंभीर रूप से घायल हुए थे। दोनों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। हादसे के बाद मामले पर राजनीति भी गरमा गई है।
पीड़िता की मां ने कहा, विधायक ने जेल से कराया सब कुछ
पीड़ित लड़की की मां ने मीडिया से कहा, "मुझे पता चला है कि ये विधायक (सेंगर) ने कराया है। वह अंदर (जेल में) है, उसके पास अंदर फोन है। वह अंदर बैठकर सब कर रहा है।" उन्होंने कहा, "सेंगर जेल में है लेकिन उसके आदमी नहीं। वह और उसके आदमी हमें धमका रहे हैं। हमें न्याय चाहिए।" बता दें कि बांगरमऊ से 4 बार विधायक रह चुके सेंगर रेप के आरोप में पिछले एक साल से जेल में बंद हैं।
राज्य सरकार ने की CBI जांच की सिफारिश
उत्तर प्रदेश सरकार ने पीड़िता की कार के साथ हुई टक्कर के मामले की CBI जांच की सिफारिश की है। राज्य के प्रमुख सचिव अरविंद कुमार ने कहा कि इस संबंध में केंद्र सरकार को रिक्वेस्ट भेजी गई है। इससे पहले DGP प्रमुख ओपी सिंह ने बताया कि प्रथमदृष्टया ये एक दुर्घटना है, लेकिन इसके बावजूद अगर परिवार CBI से जांच चाहता है तो हम उनका समर्थन करेंगे। उन्होंने ये भी बताया कि पीड़िता अब खतरे से बाहर है।
एक्सीडेंट के बाद विधायक पर हत्या की कोशिश का मामला दर्ज
उन्नाव रेप पीड़िता की कार एक्सीडेंट के मामले में पुलिस ने जेल में बंद भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में इनके खिलाफ पुलिस ने हत्या और हत्या की साजिश के तहत इनके खिलाफ मुकदमा किया है। उन्नाव रेप पीड़िता के चाचा ने यह FIR दर्ज करवाई है। पीड़िता के चाचा की तरफ से दर्ज कराई गई FIR में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, विधायक का भाई मनोज सेंगर भी नामजद है।