स्कूल में छात्र की हत्या, अपराध पर पर्दा डालने के लिए प्रशासन ने दफनाया शव
क्या है खबर?
ऋषिकेश में एक भयावह मामला सामने आया है जिसमें आवासीय स्कूल के आठवीं के छात्र की उसके सीनियर्स ने कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी।
वहीं, स्कूल ने पुलिस को मामले की सूचना देने की बजाय अपराध पर पर्दा डालने की कोशिश की और लाश को दफना दिया।
मामला सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरु की और इसके आधार पर 5 लोगों को हत्या के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है।
आइए जानते हैं पूरा मामला।
वजह
पीड़ित छात्र के कारण छात्रों के कैंपस से बाहर जाने पर लगा था प्रतिबंध
मामला 10 मार्च का बताया जा रहा है जब 'चिल्ड्रंस एकेडमी' के छात्र बाहर घूमने गए हुए थे।
एक दुकानदार ने पीड़ित छात्र वासु यादव पर बिस्किट की पैकेट चोरी करने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत स्कूल प्रशासन से की।
इसके बाद स्कूल प्रशासन ने छात्रों के कैंपस से बाहर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया।
इससे कुछ छात्र नाराज हो गए और उन्होंने अपना सारा गुस्सा वासु पर निकाल दिया।
घटना
छात्र को बल्ले से पीटा और ठंडा पानी डाला गया
कक्षा 12 के छात्रों ने पहले वासु को बल्लों और विकटों से पीटा और फिर उसके बाद उस पर ठंडा पानी भी डाला।
आरोपी छात्रों ने उसे दोपहर में घंटों प्रताड़ित किया।
जब वासु को शाम को अस्पताल दे जाया गया तो अस्पताल ने बताया कि उसकी वहां लाए जाने से पहले ही मौत हो चुकी थी।
इसके बाद स्कूल प्रशासन ने पुलिस और अभिभावकों को घटना की सूचना देने की बजाय वासु की लाश को दफना दिया।
परिजन
छात्र के पिता से स्कूल ने बोला झूठ
मामला सामने आने के बाद वासु की लाश को कब्र से बाहर निकाला गया।
पोस्टमार्टम में सामने आया कि उसकी मौत अंदरूनी चोटों की वजह से हुई थी।
उत्तर प्रदेश के हापुड़ के रहने वाले वासु के पिता पप्पू ने कहा कि स्कूल प्रशासन ने उसकी मौत विषाक्त भोजन के कारण होने की बात उनसे कही थी।
देहरादून SSP निवेदिता कुकरेती ने बताया कि मामले में स्कूल मैनेजर, वॉर्डन, शारीरिक शिक्षा अध्यापक और 2 छात्रों को गिरफ्तार किया है।