QS रैंकिंग: दुनियाभर में लंदन छात्रों के लिए सबसे बेहतर शहर, भारत में मुंबई टॉप पर
अगर आप विदेश जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं तो जरा ठहर जाइए क्योंकि किसी भी देश में पढ़ाई करने से पहले आपको यह मालूम होना चाहिए कि आप जहां पढ़ाई करने जा रहे हैं, वह जगह आपके अनुकूल है या नहीं। बुधवार को प्रतिष्ठित क्वाक्वेरेली साइमंड्स (QS) की तरफ से जारी की गई बेस्ट स्टूडेंट सिटीज रैंकिंग 2023 में छात्रों के लिए सबसे बेहतर शहरों के नाम बताए गए हैं। इसमें सबसे बेहतर शहर लंदन को चुना गया है।
भारत का मुंबई 103वें पायदान पर
छात्र सुविधाओं, विश्वविद्यालयों के मानक और विदेशों में पढ़ाई करने गए छात्रों की सहूलियतों के आधार पर तैयारी की गई इस सूची में लंदन के बाद सियोल और म्यूनिख दूसरे स्थान पर हैं, जबकि ज्यूरिख और मेलबर्न क्रमशः चौथे और पांचवें स्थान पर हैं। वहीं, भारत की बात करें तो यहां पर छात्रों के पढ़ने के लिए सबसे बेहतर शहर मुंबई है और इसे 103वीं रैंक पर जगह मिली है।
रैंकिंग में भारत के अन्य तीन शहरों ने भी बनाई जगह
QS बेस्ट स्टूडेंट सिटीज रैंकिंग में भारत के अन्य तीन शहरों ने भी जगह बनाई है। इसमें बेंगलुरू को 114वें रैंक पर जगह मिली है, जबकि चेन्नई को 125वीं रैंक मिली है। वहीं देश की राजधानी दिल्ली को 129वीं रैंक मिली है। इसके अलावा अरब क्षेत्र में छात्रों के लिए सबसे अच्छा शहर दुबई है, जो विश्व स्तर पर 51वें स्थान पर है। बता दें कि QS रैंकिंग में दुनियाभर के 140 शहरों को जगह दी गई है।
2023 के अंत तक दो लाख अंतरराष्ट्रीय छात्रों को भारत में पढ़ाने का लक्ष्य
QS के मुताबिक, अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण (AISHE) 2018-19 के अनुसार, तब भारतीय विश्वविद्यालयों में नामांकित अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या सिर्फ 47,427 थी। भारत 2023 के अंत तक दो लाख अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अपने विश्वविद्यालयों में नामांकित करवाना चाहता है। ये संख्या मौजूदा विदेशी छात्रों की संख्या के चार गुना से भी ज्यादा है। हालांकि यह लक्ष्य कोरोना वायरस महामारी से पहले तय किया गया था जिस पर दोबारा विचार किया जा सकता है।
किस आधार पर तैयार की जाती है QS बेस्ट स्टूडेंट सिटीज रैंकिंग?
QS बेस्ट स्टूडेंट सिटीज रैंकिंग में ऐसे शहरों को चुना जाता है जिनकी आबादी कम से कम ढाई लाख से अधिक हो और जिसके दो विश्वविद्यालय QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में शामिल हों। इस सर्वे में 98,000 से अधिक छात्रों को शामिल किया गया था जिनमें संभावित और पूर्व दोनों तरह के छात्र शामिल थे। बता दें कि सियोल एशियाई शहरों में चार्ट में सबसे ऊपर है, उसके बाद टोक्यो, हांगकांग, सिंगापुर और ओसाका का स्थान है।