प्रदर्शन कला विषय से ऐसे करें UGC NET की तैयारी, जरूर मिलेगी सफलता
क्या है खबर?
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) में कई विषयों के विकल्प दिए हैं।
कला क्षेत्र से आने वाले विद्यार्थी प्रदर्शन कला नृत्य नाटक और थियेटर विषय से UGC NET की तैयारी करते हैं।
इस विषय से परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवारों को कला के क्षेत्र में अनुसंधान करने और असिस्टेंट प्रोफेसर बनने का मौका मिलता है।
आइए जानते हैं इस विषय का पाठ्यक्रम, महत्वपूर्ण किताबें और तैयारी की टिप्स।
पाठ्यक्रम
क्या है प्रदर्शन कला विषय का पाठ्यक्रम?
पाठ्यक्रम को नृत्य और नाटक थियेटर के लिए बांटा गया है।
खंड 1- भारत का सांस्कृतिक इतिहास
खंड 2- भारत में लोक और पारंपरिक थियेटर का स्वरूप
खंड 3- नाट्य शास्त्र
खंड 4- कला और सौंदर्य
खंड 5- पूर्वी और दक्षिणी एशियाई देशों के नृत्य और थियेटर
पहले से 5 तक के खंड नृत्य, नाटक और थियेटर के लिए साझा है।
इसके बाद नृत्य के लिए 5 खंड और नाटक और थियेटर के लिए 5 खंड दिए गए हैं।
नृत्यक
नृत्य और नाटक थियेटर का पाठ्यक्रम
नाटक थियेटर का पाठ्यक्रम:
खंड 6- नाटक और इसके सिद्धांत भारतीय और पाश्चात्य
खंड 7- आधुनिक भारतीय थियेटर
खंड 8- अभिनय और निर्देशन
खंड 9- थियेटर, डिजाइन और तकनीक
खंड 10- थियेटर शिक्षा, शिक्षा शास्त्र और शोध।
नृत्य का पाठ्यक्रम:
खंड 6- संस्कृति साहित्य में नृत्य और ग्रंथ
खंड 7- भारत के शास्त्रीय नृत्य
खंड 8- स्वतंत्र भारत में भारतीय शास्त्रीय नृत्य
खंड 9- नृत्यशिक्षण, शिक्षाशास्त्र और शोध
खंड 10- अंतर्राष्ट्रीय नृत्य और संव्यवहार
किताबें
कौन-सी किताबें पढ़ें?
उम्मीदवारों को विभिन्न खंड के लिए अलग-अलग किताबों का इस्तेमाल करना होगा।
उम्मीदवार डॉक्टर हिमांशु द्विवेदी की 11 नाट्य संग्रह नृत्य, नाट्य और रंगमच में पारदर्शनकारी कला, रंगदृष्टि, नृत्य नाट्य रंगमंच वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर किताब का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसके अलावा आर गुप्ता की NTA UGC NET प्रदर्शन कला (नृत्य, नाटक और थियेटर) प्रीवियस ईयर पेपर, सेलिया वॉटसन सीपेल की परफॉर्मिंग आर्ट्स, सुधीर कुमार सक्सेना की तबला ताल की कला किताब भी उपयोगी हैं।
महत्वपूर्ण
कौन-से टॉपिक महत्वपूर्ण हैं?
उम्मीदवार नृत्य, नाटक का क्रमिक विकास, भक्ति और अन्य धार्मिक आंदोलन, लोक पारंपरिक और शास्त्रीय शब्दावलियों, नाट्यगृह, रंगमंच संकल्पनाएं, प्रदर्शन कला के सिद्धांत, नाटक के क्षेत्र को अच्छी तरह पढ़ें।
नृत्य खंड में भरतनाट्यम, कत्थक जैसे नृत्यों का इतिहास, नृत्य के प्रमुख गुरू, शास्त्रीय वैले का यूरोप, अमेरिका में विकास, नृत्य शिक्षा में विद्वानों का योगदान प्रमुखता से पढें।
थियेटर खंड में आधुनिक थियेटर का उद्भव, नाटककारों का योगदान, थियेटर की वास्तुकला, शिल्प, अभिनय शैलियां, नाटक निर्देशन पर फोकस करें।
तैयारी
ऐसे करें तैयारी
प्रत्येक खंड की जानकारियों को याद करने के लिए संक्षिप्त नोट्स बना लें।
प्रमुख नाटककार, नृत्यकारों की लिस्ट तैयार करें। कला मंच की बुनियादी अवधारणाओं को अच्छी तरह समझें।
परीक्षा पास करने के लिए जानकारियों का समय-समय पर रिवीजन करना जरूरी है।
उम्मीदवार पिछले साल के प्रश्नपत्रों का अवलोकन करें और दोहराए जाने वाले टॉपिकों पर ज्यादा ध्यान दें।
समय-समय पर मॉक टेस्ट हल करें और अपने कमजोर क्षेत्रों पर काम करें।