उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा: हिंदी में अच्छे अंक लाने के लिए ऐसे करें तैयारी
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPSEB) की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू होने जा रही हैं। दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं 9 मार्च को समाप्त हो जाएंगी। इस साल परीक्षाओं में लाखों अभ्यर्थी शामिल होंगे। 12वीं में पहली परीक्षा हिंदी विषय की है। इसमें अच्छे अंक लाना आसान है, लेकिन कुछ गलतियों की वजह से उम्मीदवार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते। आइए हिंदी में अच्छे अंक लाने के लिए उपयोगी टिप्स जानते हैं।
पहले पाठ्यक्रम समझें
12वीं के हिंदी विषय के पाठ्यक्रम को 2 भागों में विभाजित किया गया है। भाग 1 में हिंदी गद्य का विकास, काव्य साहित्य का विकास, लेखकों का साहित्यिक परिचय, कहानियों का सारांश, प्रमुख पात्रों का चरित्र चित्रण शामिल है। भाग 2 में संस्कृत गद्य और पद्य सहित हिंदी में अनुवाद, लोकोक्तियों और मुहावरे के प्रयोग, संधि, संज्ञा, रस, पत्र लेखन, आवेदन पत्र लेखन, अलंकार, निबंध लेखन आदि से संबंधित चीजें शामिल हैं।
रचनाकारों के बारे में पढ़ें
हिंदी में अच्छे अंक लाने के लिए गद्य और काव्य के महत्वपूर्ण रचनाकारों के बारे में पढ़ें। गद्य के लिए हरिशंकर परसाई, डॉक्टर हजारी प्रसाद द्विवेदी, कन्हैया लाल मिश्र, बासुदेव शरण अग्रवाल, डॉक्टर अब्दुल कलाम के बारे में पढ़ें। काव्य के खंड में भारतेंदु हरिश्चंद्र, मैथिलीशरण गुप्त, जयशंकर प्रसाद, रामधारी सिंह दिनकर, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, महादेवी वर्मा के बारे में जानकारियां याद करें। सभी रचनाकारों की रचनाएं, उनकी शैली, रचनाओं में रस और अलंकारों के प्रयोग के बारे में पढ़ें।
लेखन का अभ्यास करें
हिंदी में गद्यांश और पद्यांश से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं, इस वजह से पेपर हल करने में समय लगता है। कई छात्रों की परेशानी होती है कि उनका पेपर अधूरा छूट जाता है। इस परेशनी से बचने के लिए उम्मीदवार प्रतिदिन लेखन का अभ्यास करें। किताब में दिए गए प्रत्येक पाठ पढ़ें और लिखें, इससे भाषा पर पकड़ मजबूत होगी। लगातार अभ्यास से लिखावट और लिखने की गति में आश्चर्यजनक सुधार हो सकता है।
व्याकरण पर ध्यान दें
हिंदी में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण व्याकरण है। ऐसे में उम्मीदवार परीक्षा तैयारी के दौरान व्याकरण संबंधी सभी अवधारणाओं को अच्छी तरह समझ लें। संधि, समास, अलंकार, प्रत्यय, उपसर्ग, पर्यायवाची और विलोम शब्दों पर विशेष ध्यान दें। इसके अलावा लेखकों की शैली, अलंकार, छंद आदि के बारे में सवाल पूछे जा सकते हैं। इसके अलावा वाक्य भेद, पद परिचय के बारे में भी विस्तार से पढ़ें।
पत्र लेखन का प्रारूप समझें
परीक्षा पाठ्यक्रम में औपचारिक और अनौपचारिक प्रकार के पत्र लेखन शामिल हैं। औपचारिक पत्र लेखन में आवेदन, प्रार्थना पत्र, कार्यालयी पत्र और व्यवसायिक पत्र शामिल हैं। अनौपचारिक पत्र लेखन में व्यक्तिगत, पारिवारिक या सामाजिक पत्र शामिल हैं। ऐसे में उम्मीदवार सभी प्रकार के पत्रों को लिखने का प्रारूप समझें। पत्र लेखन प्रारूप में गलतियां होने पर नंबर कट सकते हैं। उम्मीदवार टॉपर्स की उत्तर पुस्तिकाएं देखकर पत्र लेखन में सुधार कर सकते हैं।