बोर्ड परीक्षा के समय ऐसे करें JEE मेन्स की तैयारी, दोनों परीक्षाओं में करेंगे अच्छा स्कोर
फरवरी से 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई हैं और सभी छात्र अपनी परीक्षाओं में लगे हैं। कई छात्रों ने प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कई प्रवेश परीक्षाओं के लिए आवेदन किया है। लोकप्रिय प्रवेश परीक्षा JEE मेन्स का आयोजन NTA द्वारा बोर्ड परीक्षाओं के तुरंत बाद अप्रैल में होग। बोर्ड परीक्षा के बाद छात्रों के पास इसकी तैयारी के लिए ज्यादा समय नहीं होगा। इसलिए यहां से जानें बोर्ड परीक्षा के दौरान कैसे करें इसकी तैयारी।
बोर्ड परीक्षा के लिए पढ़ते समय कॉन्सेप्ट पर दें ध्यान
JEE मेन्स का सिलेबस लगभग 12वीं के सिलेबस जैसा ही होता है। अगर छात्र ने 12वीं का सिलेबस अच्छे से पढ़ा होगा तो वो JEE मेन्स में अच्छा प्रदर्शन कर पाएगा। बोर्ड परीक्षा के लिए पढ़ते समय छात्रों को कॉन्सेप्ट पर ध्यान देना चाहिए। इससे वे बोर्ड परीक्षा में उससे संबंधित प्रश्नों के उत्तर भी दे पाएंगे और प्रवेश परीक्षा में पूछे गए सवालों के उत्तर भी दे पाएंगे। ऐसे पढ़ाई करके वे दोनों परीक्षाओं के लिए तैयार हो जाएंगे।
बोर्ड परीक्षा को JEE मेन्स के लिए रिवीजन की तरह लें
छात्रों को बोर्ड परीक्षा के समय को JEE मेन्स के रिवीजन की तरह लेना चाहिए। वे बोर्ड परीक्षा के लिए पढ़ते समय इस बात को याद रखें कि उन्हें आगे JEE मेन्स परीक्षा भी देनी है। इसलिए उन्हें किसी भी टॉपिक को पढ़ते समय उसमें डाउट नहीं छोड़ना चाहिए। इससे वे बोर्ड परीक्षा में आए सवाल भी हल कर पाएंगे और प्रवेश परीक्षा में सवाल भी आसानी से हल कर पाएंगे।
पिछले साल के प्रश्न पत्र और सैंपल पेपर हल करें
छात्रों को पेपरों के बीच गैप में उस विषय के पिछले साल के पेपर हल करने चाहिए। इससे उनका बोर्ड परीक्षा के लिए और JEE मेन्स दोनों के लिए रिवीजन होता है। साथ ही वे दोनों परीक्षा के लिए टाइम मैनेजमेंट भी सीखते हैं।
बोर्ड परीक्षा में करें अपना विश्लेषण
छात्रों को बोर्ड परीक्षा में अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करना चाहिए। उन्हें अपनी ताकतों और कमजोरियों को पहचानना चाहिए। इससे उन्हें पता चलेगा कि वे किस विषय या टॉपिक में कमजोर हैं और उन्हें JEE के लिए किस टॉपिक पर अधिक मेहनत करनी है। ऐसा करके बोर्ड परीक्षा के बाद बचे हुए समय में वे उस टॉपिक को पढ़ सकते हैं और JEE मेन्स में वे अपने प्रदर्शन को अच्छा कर सकत हैं।
तनाव से दूर रहें
कई छात्रों परीक्षाओं को लेकर अधिक तनाव में आ जाते हैं। जिस कारण वे अपनी दोनों परीक्षाओं में अच्छा नहीं कर पाते हैं। इसलिए छात्रों को ज्यादा नहीं सोचना चाहिए। पहले उन्हें अपनी बोर्ड परीक्षाएं आराम से देनी चाहिए और भी JEE मेन्स देनी चाहिए।