हरियाणा: शिक्षकों की गलती का खामियाजा भुगत रहे दो लाख छात्र, नहीं मिले रोल नंबर
इस साल मार्च में आयोजित होने वाली हरियाणा बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों में से दो लाख छात्रों का भविष्य खतरे में है। स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 830 प्राइवेट स्कूलों दो लाख छात्रों के रोल नंबर रोक लिए हैं। इसके पीछे का कारण पिछले साल इन स्कूलों के शिक्षकों द्वारा बोर्ड परीक्षाओं में ड्यूटी नहीं देना बताया गया है। आइए जानें क्या है पूरी खबर।
किस कारण रोके गए रोल नंबर?
पिछले साल 901 स्कूलों पर जुर्मना लगा था, जिसमें से 71 स्कूलों ने जुर्माना भर दिया था। इन स्कूलों के शिक्षकों ने बोर्ड परीक्षा में अपनी ड्यूटी नहीं दी थी। जिस कारण इन पर पांच-पांच हजार रुपये का जुर्माना लगा था। पहले फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के कहने पर चेयरमैन ने जुर्माना न लेने का आश्वासन दिया था, लेकिन इसके बावजूद 2019-20 बोर्ड परीक्षा से पहले जुर्माने के लिए इन प्राइवेट स्कूलों को ईमेल प्राप्त हुआ।
रोल नंबर न होने के कारण प्रैक्टिकल परीक्षाओं में शामिल नहीं हो पाए
830 स्कूलों को जुर्माना न देने के कारण दो लाख बच्चों के रोल नंबर नहीं आए हैं, जिस कारण वे बच्चे अपनी प्रैक्टिकल परीक्षाएं भी नहीं दे पाए। फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन एवं निसा के अध्यक्ष का कहना है कि अगर बोर्ड ने रोल नंबर जारी नहीं किए तो वे 01 मार्च को हाई कोर्ट जाएंगे। उनका कहना है कि एक साल बाद शिक्षकों की गलती की सजा छात्रों को नहीं मिलनी चाहिए, ये गलत है।
कब से होंगी परीक्षाएं?
हरियाणा 10वीं बोर्ड परीक्षाएं 04 मार्च, 2020 से शुरू हो जाएंगी और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 03 मार्च, 2020 से शुरू होंगी। 10वीं बोर्ड परीक्षाओं का अंत 27 मार्च को हो जाएगा और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 31 मार्च तक चलेंगी। 12वीं की पहली परीक्षा हिंदी की होगी और 10वीं की पहली परीक्षा सोशल साइंस की होगी। अब देखना होगा कि ये दो लाख छात्र परीक्षाओं में शामिल हो पाएंगे या शिक्षकों की गलती की सजा उन्हें मिलेगी।