DU Admission: सीमित हो सकते हैं कॉलेज और कोर्स बदलने के मौके, जानें कारण
क्या है खबर?
अगर आप भी इस साल दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में प्रवेश लेना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि इस बार आपके पास कॉलेज बदलने के लिए सीमित मौके होंगे।
DU अंडरग्रेजुएट एडमिशन की पॉलिसी के लिए एक कमेटी बनी है। इस कमेटी ने सुझाव दिया है कि छात्रों के लिए कॉलेज बदलने के मौकों की संख्या को तय कर दिया जाए।
इतना ही नहीं कॉलेज बदलने के साथ-साथ कोर्स बदलने के लिए भी मौकों की संख्या तय कर दी जाए।
एडमिशन प्रक्रिया
एडमिशन प्रक्रिया होती है बाधित
ये सुझाव इसलिए दिया गया है, क्योंकि अक्सर छात्र किसी कॉलेज में एडमिशन ले लेते हैं और जब दूसरी लिस्ट में उनका नाम किसी और कॉलेज में आता है, तो वे अपना एडमिशन वापस ले लेते हैं।
कमेटी की मीटिंग हुई थी, जिसमें अलग-अलग कॉलेजों के प्रिंसिपल आए थे। उनका कहना था कि बार-बार एडमिशन वापस लेने से एडमिशन की प्रक्रिया बाधित होती है।
कमेटी के सदस्य ने बताया कि कुछ छात्र, कई कॉलेज बदलते हैं।
आवेदक
कॉलेज बदलने से नहीं पता चलती आवेदकों की संख्या
कमेटी के एक सदस्य ने कहा कि छात्रों के बार-बार कॉलेज बदलने से लंबे समय तक आवेदकों की सही संख्या नहीं पता चलती है।
साथ ही डॉक्युमेंट्स वेरिफाई करने के लिए प्रशासन को पर्याप्त समय भी नहीं मिल पाता है।
नॉर्थ कैंपस के एक कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा है कि अगर कॉलेज बदलने के मौके तय हो जाएंगे तो छात्र सीट ब्लॉक करने के लिए नहीं बल्कि सिर्फ अपने पसंद के कॉलेज और कोर्स में ही एडमिशन लेंगे।
जानकारी
सर्वे में भी दिया गया ये सुझाव
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले महीने दिल्ली यूनिवर्सिटी ने अपनी वेबसाइट पर शिक्षकों का सर्वे किया था। उस सर्वे में भी ज्यादातर टीचर्स ने यही सुझाव दिया था। अब देखना ये है कि इस सुझाव पर अमल होता है या नहीं।