DU Admission: प्रकाश जावड़ेकर ने कहा दाखिले के लिए नहीं होगी प्रवेश परीक्षा
पिछले कुछ दिनों से बात चल रही थी कि दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में दाखिले के लिए कट ऑफ की जगह प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। लेकिन प्रकाश जावड़ेकर ने साफ कर दिया है कि अंडर ग्रेजुएट्स कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा नहीं होगी। प्रवेश परीक्षा आवश्यक करने की घोषणा होने के बाद मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इससे इनकार कर दिया है। यह उन उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबरी है जो DU में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा नहीं चाहते थे।
क्या कहा प्रकाश जावड़ेकर ने?
प्रकाश जावड़ेकर ने साफ कहा कि एडमिशन 12वीं के अंकों के आधार पर ही होगा। अगर प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन होने लगता तो जिनके कम नंबर आते वे छात्र भी DU में एडमिशन ले सकते थे। लेकिन अब पुराने पैटर्न से ही एडमिशन किया जाएगा। आपको बता दें कि साथ ही ये भी खबरें आ रही थीं कि DU टीचर्स एसोसिएशन की ओर से भी प्रवेश परीक्षा करवाने के फैसले का विरोध किया गया था।
क्यों कराई जा रही थी प्रवेश परीक्षा
खबरों के अनुसार छात्रों के लिए हाई कट-ऑफ, DU में प्रवेश के लिए एक बड़ी समस्या बन जाती है। DU में एडमिशन की प्रक्रिया पूरी होने में भी कुछ महीने लग जाते हैं। इसी कारण से यूनिवर्सिटी की एडमिशन कमिटी अलग प्रवेश परीक्षा कराने पर विचार कर रही थी। जावड़ेकर के बयान ने यूनिवर्सिटी के 2019-20 सत्र एडमिशन प्रक्रिया में लगने वाले समय को कम करने के हर संभव उपाय को खत्म कर दिया है।
किस पर हो सकती है प्रवेश परीक्षा की जिम्मेदारी
अगर DU अंडर ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा कराता, तो जो छात्र इस प्रवेश परीक्षा में पास होते वे ही दाखिला ले पाते। कहा जा रहा था कि इस प्रवेश परीक्षा की जिम्मेदारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को दी जा सकती है। इससे पहले JNU के प्रवेश परीक्षा की जिम्मेदारी भी NTA को ही दी गई है। DU ने 2017 में पहली बार प्रवेश परीक्षा आधारित दाखिला शुरू करने का प्रयास किया था।
अभी JNU में भी प्रवेश परीक्षा तय नहीं
इस साल की शुरुआत में JNU ने भी कंप्यूटर बेस्ड प्रवेश परीक्षा कराने की बात कही थी। यूनिवर्सिटी ने यह भी कहा था कि यह परीक्षा NTA कराएगी। हालांकि, जावड़ेकर ने इन बातों पर भी फुलस्टॉप लगाकर कहा कि अभी कुछ भी तय नहीं है।