रिलायंस और डिज्नी इंडिया के 70,350 करोड़ रुपये के विलय को मिली मंजूरी
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के डिज्नी की भारतीय व्यवसाय के साथ 70,350 करोड़ रुपये के विलय को आज (28 अगस्त) भारत के प्रतिस्पर्धा नियामक (CCI) ने मंजूरी दे दी है। CCI का फैसला 29 अगस्त को आयोजित होने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज की 47वीं AGM से ठीक पहले आया है। भारत का सबसे बड़ा टीवी, डिजिटल स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म बनाने के लिए इस विलय की घोषणा पहली बार फरवरी, 2024 में की गई थी।
नेटफ्लिक्स और अमेजन से होगा प्रतिस्पर्धा
रिलायंस-डिज्नी गठबंधन 120 टीवी चैनलों और 2 स्ट्रीमिंग सेवाओं के साथ सोनी, नेटफ्लिक्स और अमेजन के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा। नीता अंबानी विलय की गई इकाई की अध्यक्ष की भूमिका संभालेंगी, जबकि वॉल्ट डिज्नी के पूर्व कार्यकारी उदय शंकर उपाध्यक्ष के रूप में शामिल होंगे। यह विलय 2024 की अंतिम तिमाही या 2025 की पहली तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है। नए बोर्ड में 10 सदस्य होंगे, जिसमें RIL 5, डिज्नी 3 और 2 स्वतंत्र निदेशकों को नामित करेगा।
RIL इतना करेगा निवेश
समझौते की शर्तों के तहत वायकॉम18 के मीडिया संचालन को कोर्ट द्वारा अनुमोदित व्यवस्था योजना के माध्यम से स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (SIPL) के साथ विलय कर दिया जाएगा। विलय के बाद संयुक्त व्यापार का मूल्य पोस्ट-मनी आधार पर 70,350 करोड़ रुपये है, जिसमें RIL अपनी विकास रणनीति के लिए व्यवसाय में 11,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। विलय के बाद संयुक्त व्यापार को मुख्य रूप से RIL द्वारा नियंत्रित किया जाएगा।
इतनी होगी शेयर की हिस्सेदारी
व्यवसाय की स्वामित्व संरचना में RIL की 16.34 प्रतिशत, वायकॉम18 की 46.82 प्रतिशत और डिज्नी की 36.84 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। बता दें, डिज्नी के पास 2024 से 2027 तक ICC इवेंट्स के लिए विशेष डिजिटल और टीवी अधिकार और 2023 से 2028 तक IPL प्रसारण अधिकार हैं, जबकि जियो ने IPL स्ट्रीमिंग अधिकार सुरक्षित कर लिए हैं। CCI की घोषणा शेयर बाजार में कारोबार खत्म होने के बाद हुई है, अभी इसका बाजार पर असर नहीं दिखा है।