फोनपे ने अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए किया 2,800 करोड़ रुपये का निवेश
फिनटेक दिग्गज कंपनी फोनपे ने भारत में अपने सर्वर और डाटा सेंटर में 2,800 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया है। कंपनी ने बीते दिन (21 अक्टूबर) अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि वह अपने बढ़ते कामकाज के लिए हार्डवेयर पर ज्यादा खर्च कर रही है। इसका उद्देश्य कड़े डाटा नियमों का पालन करना और अपने बुनियादी ढांचे की लागत को बेहतर बनाना है, ताकि कंपनी तेजी से आगे बढ़ सके।
कंपनी के पास हैं 3 डाटा सेंटर
रिपोर्ट में कहा गया है कि हार्डवेयर बुनियादी ढांचे को बनाने और चलाने के कई फायदे हैं। इनमें डाटा नियमों का पालन करना और लागत को कम करना शामिल है। फोनपे ने बताया कि इसके हार्डवेयर बुनियादी ढांचे में भारत में 3 डाटा केंद्रों में फैले लगभग 7 लाख कोर हैं। यह बड़ी उपस्थिति दिखाती है कि कंपनी अपने बुनियादी ढांचे का अच्छे से प्रबंधन कर रही है, जिससे दक्षता और सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
डाटा सेंटर की क्षमता बढ़ने की है उम्मीद
फोनपे की रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब भारत का डाटा सेंटर उद्योग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बढ़ती मांग के कारण बदलाव के दौर से गुजर रहा है। निवेश बैंक एवेंडस कैपिटल के अनुसार, अगले 4 साल में 500 मेगावाट क्षमता जुड़ने की उम्मीद है। 2019 में लगभग 540 मेगावाट से यह बढ़कर 2023 में लगभग 1,011 मेगावाट हो गया है, जिससे भारत विश्व में सबसे तेजी से बढ़ते डाटा सेंटर बाजारों में शामिल हो गया है।
फोनपे ने कर्मचारियों की संख्या की कम
फोनपे ने अपने ग्राहक सहायता कर्मचारियों की संख्या 60 प्रतिशत कम कर दी है। वित्त वर्ष 24 में, कंपनी ने 73 प्रतिशत की बढ़त के साथ 5,064 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया। पिछले वर्ष, कंपनी का राजस्व 2,914 करोड़ रुपये था। इसके अलावा, फोनपे ने 197 करोड़ रुपये का समायोजित कर-पश्चात लाभ (PAT) भी हासिल किया, जो पिछले साल के 738 करोड़ रुपये के नुकसान से काफी बेहतर है।