
एनवीडिया बनी दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी, रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे शेयर
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चिप और ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) बनाने वाली कंपनी एनवीडिया के शेयर गुरुवार (3 जुलाई) को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए। इससे इसका बाजार मूल्य 3.92 लाख करोड़ डॉलर (लगभग 3.35 लाख अरब रुपये) हो गया, जो ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट दोनों से अधिक है। इसी के साथ एनवीडिया दुनिया की सबसे मूल्यवान पब्लिक कंपनी बन गई है। यह उपलब्धि कंपनी के तेजी से बढ़ते कारोबार और AI सेक्टर में उसकी मजबूत पकड़ के कारण हासिल हुई है।
वजह
तेजी की वजह बना AI की मांग में उछाल
एनवीडिया का शेयर बाजार में जबरदस्त प्रदर्शन इसलिए भी रहा, क्योंकि कंपनी की चिप्स की मांग AI, डाटा सेंटर और टेक कंपनियों के बीच लगातार बढ़ रही है। माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, मेटा और टेस्ला जैसी दिग्गज कंपनियां अपने AI इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एनवीडिया की चिप्स पर निर्भर हैं। यही वजह है कि 2021 में करीब 500 अरब डॉलर (लगभग 43,000 अरब रुपये) की वैल्यू वाली यह कंपनी अब 4 लाख करोड़ डॉलर के करीब पहुंच गई है।
प्रदर्शन
टेक इंडस्ट्री में सबसे आगे निकली एनवीडिया
एनवीडिया की मौजूदा वैल्यू कनाडा और मैक्सिको के कुल शेयर बाजार से भी ज्यादा है। इतना ही नहीं, यह अकेली कंपनी ब्रिटेन की सभी लिस्टेड कंपनियों के संयुक्त मूल्य से बड़ी बन गई है। इसके शेयर में आई यह तेजी सिर्फ कंपनी के मुनाफे की नहीं, बल्कि उसकी तकनीकी क्षमता और भविष्य की मांग को लेकर निवेशकों के भरोसे का भी नतीजा है। कंपनी अब S&P 500 इंडेक्स का 7 प्रतिशत हिस्सा बन गई है।
अन्य
एनवीडिया की भूमिका और मजबूत होने की उम्मीद
एनवीडिया की नई पीढ़ी की AI चिप्स कुछ सबसे उन्नत लैंग्वेज मॉडल को ट्रेनिंग देने में मदद कर रही हैं। इसके ग्राहक क्लाउड सर्विस देने वाली कंपनियां, रिसर्च संस्थान और स्टार्टअप हैं। एनवीडिया के CEO जेन्सेन हुआंग की लीडरशिप में कंपनी ने जनरेटिव AI सेक्टर में खुद को अग्रणी बना लिया है। आने वाले समय में भी AI सेक्टर के विस्तार के साथ एनवीडिया की भूमिका और मजबूत होने की उम्मीद जताई जा रही है।