
मेटा की AI टीम छोड़ रहे शोधकर्ता, मिस्ट्रल जैसी कंपनियों से मिल रही चुनौती
क्या है खबर?
मेटा की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टीम में काम करने वाले प्रमुख शोधकर्ताओं ने बड़ी संख्या में कंपनी छोड़ दी है।
बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, लामा मॉडल बनाने वाले 14 लोगों में से अब सिर्फ 3 मेटा में बचे हैं। बाकी सभी दूसरी कंपनियों में चले गए हैं, जिनमें से कई मिस्ट्रल जैसे स्टार्टअप्स से जुड़े हैं।
इससे मेटा की AI टीम को बड़ा झटका लगा है और उसकी प्रतिभा बनाए रखने की क्षमता पर सवाल खड़े हुए हैं।
मिस्ट्रल
मिस्ट्रल की बढ़ती ताकत बनी चुनौती
मेटा के कई पूर्व AI विशेषज्ञों ने मिलकर मिस्ट्रल नाम का स्टार्टअप शुरू किया है, जो अब तेजी से मेटा के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
लामा मॉडल के 2 प्रमुख निर्माता टिमोथी लैक्रोइक्स और गिलौम लैम्पल इसके सह-संस्थापक हैं। ये लोग अब ऐसे ओपन-सोर्स मॉडल बना रहे हैं जो मेटा के मॉडलों को सीधी टक्कर दे रहे हैं।
मेटा की नई रिलीज लामा 4 को भी खास समर्थन नहीं मिला, जिससे स्थिति और कमजोर होती दिख रही है।
नेतृत्व
मेटा के अंदर भी नेतृत्व में बदलाव
मेटा की शोध टीम में अंदरूनी बदलाव भी देखने को मिले हैं।
फेयर ग्रुप की प्रमुख जोएल पिन्यू ने इस्तीफा दिया और उनकी जगह रॉबर्ट फर्गस को नियुक्त किया गया, जो पहले डीपमाइंड में थे।
लामा के शुरुआती दौर से जुड़े कई शोधकर्ता अब तक कंपनी छोड़ चुके हैं। इनमें से अधिकतर ने 5 साल से ज्यादा काम किया था।
उनके जाने से मेटा की शोध टीम कमजोर हुई है, जिसने कंपनी की ओपन-सोर्स AI रणनीति को खड़ा किया था।
बढ़त
मेटा की बढ़त अब कमजोर पड़ती दिख रही
2023 में मेटा का लामा मॉडल AI के ओपन-सोर्स क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाया था।
इसे सिर्फ सार्वजनिक डाटा से ट्रेन किया गया था और यह आम GPU पर चल सकता था। इससे GPT-3 और PaLM जैसे बड़े बंद मॉडल को टक्कर मिली थी, लेकिन अब मेटा की रफ्तार धीमी हो गई है।
गूगल और OpenAI जैसे खिलाड़ी अब लॉजिक-आधारित मॉडल पर ध्यान दे रहे हैं, जबकि मेटा अब तक ऐसा कोई खास मॉडल नहीं ला सका है।