भारत-अमेरिका रक्षा कार्यक्रम के लिए पहले भारतीय अंतरिक्ष स्टार्टअप का हुआ चयन
क्या है खबर?
भारत और अमेरिका के बीच पहले अंतरिक्ष और रक्षा सहयोग कार्यक्रम के तहत 7 भारतीय कंपनियों का चयन किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, इन कंपनियों में अंतरिक्ष इमेजिंग कंपनी कैलीडईओ और रॉकेट निर्माता ईथरियलएक्स और आद्या स्पेस शामिल हैं। ये कंपनियां अमेरिकी रक्षा नवाचार इकाई, रक्षा विभाग और अन्य सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर सैटेलाइट अवलोकन और उभरती अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों पर काम करेंगी।
इन्हें अमेरिकी रक्षा उद्योग के प्रमुख खिलाड़ियों के साथ काम करने का अवसर मिलेगा।
अवसर
भारतीय कंपनियों को मिलेंगे नए अवसर
इस कार्यक्रम से भारतीय कंपनियों को अमेरिका के विशाल रक्षा और अंतरिक्ष बाजार में काम करने का मौका मिलेगा।
इस पहल से भारतीय कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिलेगा, जहां सालाना व्यापार का मूल्य लगभग 13,000 करोड़ रुपये है।
इसके साथ ही, इस सहयोग के जरिए भारतीय कंपनियां अमेरिकी कॉमर्सियल अंतरिक्ष लॉन्च बाजार में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कर सकेंगी, जिससे उन्हें सालाना 4,000-8,000 करोड़ रुपये तक का राजस्व मिलने की उम्मीद है।
सहयोग
भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों में गहरा सहयोग
भारत और अमेरिका के बीच इस रक्षा सहयोग कार्यक्रम के लॉन्च के साथ, दोनों देशों के रक्षा और अंतरिक्ष उद्योगों में गहरी साझेदारी स्थापित हो सकती है।
भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अपने अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवन से मुलाकात की और इस सहयोग को मजबूत करने के लिए कई पहलुओं पर चर्चा की थी।
इस सहयोग के जरिए भारत अपनी रक्षा और अंतरिक्ष उद्योगों के विस्तार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है।