DGCA ने कुछ शर्तों के साथ गो फर्स्ट एयरलाइन को दी संचालन की अनुमति
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने वित्तीय संकट से जूझ रही गो फर्स्ट एयरलाइन को कुछ शर्तों के साथ एक बार फिर संचालन की अनुमति दे दी है। DGCA ने शुक्रवार को जारी एक अधिसूचना में कहा कि ऑडिट जांच के बाद एयरलाइन द्वारा 28 जून की प्रस्तावित संचालन योजना को दिल्ली हाई कोर्ट और राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण (NCLT) के समक्ष लंबित याचिकाओं के परिणाम के अधीन स्वीकार कर लिया है।
DGCA ने किन शर्तों पर दी संचालन की मंजूरी?
DGCA ने अपनी शर्तों में कहा कि गो फर्स्ट को हर समय एयर ऑपरेटर प्रमाणपत्र रखने के लिए सभी लागू नियामक आवश्यकताओं का अनुपालन करना आवश्यक होगा। इसे उड़ान वाले सभी विमानों की निरंतर उड़ान योग्यता या फिटनेस सुनिश्चित करनी होगी। DGCA ने कहा कि गो फर्स्ट के किसी भी विमान को उड़ान के लिए इस्तेमाल करने से पहले पूरी तरह से संतुष्टि जरूरी है। कंपनी में कोई भी बदलाव या उसके प्रभाव की सूचना तुरंत DGCA को दी जाए।
DGCA ने और क्या कहा?
DGCA ने गो फर्स्ट के समाधान पेशेवर (RP) शैलेद्र अजमेरा को पत्र लिखकर कहा कि उड़ानों का शेड्यूल, विमानों की हालत, पायलट्स, केबिन क्रू, विमानों के रखरखाव, फ्लाइट डिसपैचर की जानकारी उपलब्ध करानी होगी, जिसमें अंतरिम फंडिंग भी शामिल है। DGCA ने कहा कि साथ ही फ्लाट्स के टिकट की बिक्री भी DGCA से इजाजत मिलने के बाद ही शुरू की जा सकेगी। इसके अलावा RP को समय-समय पर सभी मांगी गई जानकारी उपलब्ध करानी होगी।
23 जुलाई तक सभी उड़ानें रहेंगी रद्द
एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट ने गुरुवार को ट्विटर पर जानकारी दी कि परिचालन कारणों से उसकी सभी उड़ानें कम से कम 23 जुलाई, 2023 तक रद्द कर दी गई हैं। इससे पहले DGCA ने इस महीने की शुरुआत में जानकारी दी थी कि वह मुंबई और दिल्ली में गो फर्स्ट सुविधाओं का विशेष ऑडिट करेगा और गो फर्स्ट का इरादा जल्द से जल्द बेड़े में 22 विमानों के साथ उड़ानें फिर से शुरू करने का है।
गो फर्स्ट एयरलाइन के संचालन पर क्यों है बंद?
अमेरिका की प्रैट एंड व्हिटनी (P&W) इंटरनेशनल एयरो इंजन कंपनी द्वारा खराब इंजनों की आपूर्ति के कारण एयरलाइन को अचानक कई समस्याओं का सामना करना पड़ा और गो फर्स्ट वित्तीय घाटे में चली गई। इसके चलते उसने विमानों की सेवाओं को निलंबित किया हुआ है। मई की शुरुआत में गो फर्स्ट ने NCLT में स्वैच्छिक दिवालिया समाधान प्रक्रिया के लिए एक याचिका भी दायर की थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया था। 3 मई से एयरलाइन का संचालन बंद है।