कोरोना वायरस: नोटों के जरिये भी फैल सकता है संक्रमण, बचने के लिए करें ऑनलाइन ट्राजेक्शन

लगभग 160 देशों में फैल चुके कोरोना वायरस (COVID-19) के संक्रमण को रोकने के लिए कई तरीके अपनाए जा रहे हैं। इसके लिए लोगों को घर पर रहने, भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाने और बीमार व्यक्तियों के संपर्क में आने की सलाह दी जा रही है। कोरोना वायरस एक-दूसरे संपर्क में आने से फैलता है। इसे देखते हुए पैसों के लेनदेन के लिए भी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने की सलाह दी जा रही है।
दरअसल, कोरोना वायरस किसी भी सतह पर कई घंटो तक जिंदा रह सकता है। इस दौरान अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति उसके संपर्क में आता है तो उसके संक्रमित होने का संभावना बढ़ जाती है। नोट, क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिए यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे तक फैल सकता है। ऐसी स्थिति में मुद्रा के जरिये लेनदेन करने लोगों में संक्रमण होने का खतरा बढ़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी कैशलेस पेमेंट का सुझाव दिया है।
कोरोना वायरस किसी भी सतह या हवा में कई घंटो तक रह सकता है। अमेरिका में हुई एक नई रिसर्च में यह जानकारी मिली है। यह प्लास्टिक और स्टील पर दो से तीन दिन और गत्ते पर 24 घंटे तक जिंदा रह सकता है।
जानकारों का कहना है कि बिना संपर्क वाले पेमेंट तरीकों से कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने में मदद मिलेगी। मौजूदा स्थिति को देखते हुए UPI, IMPS, RTGS, मोबाइल वॉलेट और नेट बैंकिंग से लोगों को ट्रांजेक्शन करनी चाहिए। इससे वो एक-दूसरे के संपर्क में भी नहीं आएंगे और नोटों का आदान-प्रदान भी नहीं होगा, जिससे संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। भारत में यह वायरस स्टेज 2 में है। अभी इसे नियंत्रित करना आसान होगा।
जानकारों का कहना है कि बाजार में लाए जाने से पहले नोटों को स्टर्लाइज किया जा सकता है। इसके अलावा लोगों को कोरोना वायरस के खतरों को लेकर जागरूक करने की जरूरत है। जानकार मानते हैं कि इन तरीकों के अलावा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर लाभ देकर भी लोगों को कैशलेस ट्रांजेक्शन के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है। साथ ही लोग ऐसे ट्रांजेक्शन घर बैठकर भी कर सकते हैं, जिस कारण उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
कोरोना वायरस धीरे-धीरे दुनिया के सभी देशों को अपने चपेट में लेता जा रहा है। दुनियाभर में अब तक इससे संक्रमित 7,989 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी तरह एक लाख 98 हजार 726 लोगों में इससे संक्रमण होने की पुष्टि हो चुकी है। वहीं भारत में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 147 पहुंच गई है, जबकि तीन लोगों की मौत हो चुकी है। मुंबई, दिल्ली और चेन्नई में इसकी वजह से एक-एक बुजुर्ग की मौत हुई है।