कोरोना वायरस: अफवाहों के चलते गिरे चिकन के दाम, मुर्गों को जिंदा दफना रहे किसान
क्या है खबर?
भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) के मरीजों की संख्या 50 से ज्यादा हो चुकी है।
इस वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर कई अफवाहें भी चल रही हैं। ऐसी ही एक अफवाह है कि चिकन खाने से यह वायरस फैलता है।
लोग अफवाहों पर यकीन कर चिकन खाने से बच रहे हैं, जिससे चिकन के दामों में भारी गिरावट आई है।
दाम कम होने के कारण कर्नाटक में कई किसान हजारों की संख्या में मुर्गों को जिंदा दफना रहे हैं।
परेशानी
दाम कम होने के कारण बढ़ा खर्च
बतौर मीडिया रिपोर्ट, बेलागवी जिले के गोकाक तालुक के लोलसुर गांव में पॉल्ट्री फार्म चलाने वाले नजीर मकंदर ने लगभग 6,500 मुर्गों और कोलार जिले के मगोंडी गांव में एक और किसान ने लगभग 9,500 मुर्गों को जिंदा दफनाया।
मकंदर ने कहा कि वो बढ़ती लागत के कारण जिंदा मुर्गों को खाना खिलाने का खर्च वहन कर पाने में असमर्थ थे और स्थिति में जल्दी सुधार आने की उम्मीद नहीं है। इस वजह से उन्होंने मुर्गों को जिंदा दफना दिया।
परेशानी
आठ रुपये तक पहुंचे चिकन के दाम
मकंदर ने सोमवार को JCB की मदद से बड़ा गड्ढा खोदा और 6,500 मुर्गे दफना दिए।
उन्होंने कहा कि एक किलो चिकन के दाम आठ रुपये तक पहुंच गए हैं, जबकि चिकन का भार बढ़ाने के लिए उसे दिए जाने वाले भोजन के दाम 50 रुपये किलो है।
इसी तरह बांगरपेट में भी 9,500 मुर्गे दफनाए गए हैं। यहां फार्म चलाने बेंगलुरू निवासी सतीश ने कहा कि मुर्गों के दाम 80 रुपये से 30 रुपये पर आ गए हैं।
अपील
कोरोना वायरस को लेकर फैल रही अफवाहों से बचें
कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अफवाहें फैल रही हैं।
कुछ लोग बता रहे हैं कि लहसुन का रस पीने से यह ठीक हो सकता है तो कुछ लोग बता रहे हैं कि हैंड ड्रायर के नीचे कुछ सेकंड तक हाथ सुखाने से यह वायरस मर जाता है। वहीं कुछ लोग गोमूत्र और योग को इससे बचने का तरीका बता रहे हैं।
आपको बता दें कि ऐसा कुछ नहीं है। ये सारी जानकारियां गलत हैं।
ऐहतियात
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सावधानी जरूरी
कोरोना वायरस से बचने के लिए जरूरी है कि आप सावधानी बरतें। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, इससे बचने के लिए समय-समय पर साबुन और पानी से हाथ धोते रहें और अपने मुंह, आंख और नाक को छूने से बचें।
अगर किसी व्यक्ति को जुकाम, खांसी या छींक आ रही है या किसी में कोरोना इस वायरस के लक्षण दिखें तो उससे दूरी बनाए रखें। अगर आपको कोई लक्षण नजर आते हैं तो डॉक्टर से मिलें।
वायरस
क्या है कोरोना वायरस?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस एक वायरस परिवार है। इससे पीड़ित होने पर जुकाम, सांस लेने में परेशानी और किडनी फेल होने से मौत तक हो सकती है।
यह वायरस पशुओं के जरिए इंसानों में फैला है। पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने पर दूसरा व्यक्ति भी इससे संक्रमित हो जाता है। अभी तक इसका उपचार नहीं ढूंढा जा सका है। केवल लक्षणों के आधार पर पीड़ित व्यक्ति का इलाज किया जा सकता है।
बचाव और लक्षण
ये हैं कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव
इस वायरस से संक्रमित होने पर सबसे पहले बुखार की शिकायत होती है। उसके बाद खांसी और सांस लेने में परेशानी होने लगती है। यह छूने, हाथ मिलाने, खांसने और छींकने से हवा में फैलता है और दूसरे व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेता है।
इससे बचने के लिए अपने हाथों को साफ रखें, बीमार व्यक्ति के पास जाने से बचें, खांसते या छींकते समय मुंह पर मास्क रखें और बीमार होने पर घर से बाहर निकलने से बचें।