ONDC क्या है और दिग्गजों के एकाधिकार को खत्म कर कैसे करेगा छोटे कारोबारियों की मदद?
क्या है खबर?
फोनपे ने मंगलवार को 'पिनकोड' नाम से एक हाइपरलोकल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। इस प्लेटफॉर्म को ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) पर विकसित किया गया है।
कंपनी ने कहा कि ऐप लोकल दुकानदारों और विक्रेताओं को बढ़ावा देगी।
अभी हाल ही में खुद ONDC ने नम्मा ऐप के जरिए कैब सर्विस देने वाले सेक्टर में कदम रखा है।
जान लेते हैं कि ONDC क्या है और ये कैसे काम करता है।
ऑनलाइन
ऑनलाइन भुगतान के लिए UPI की तरह ई-कॉमर्स के लिए ONDC करेगा काम
ऑनलाइन लेनदेन या ई-कॉमर्स के लिए ONDC ठीक उसी तरह से काम करता है, जिस तरह से UPI और NPCI ने डिजिटल भुगतान को आसान बनाया है।
ONDC के तकनीकी पक्ष को समझें तो ये कुछ ऐसा है कि UPI के जरिए आप किसी को भी पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं, भले ही सामने वाले का खाता किसी भी बैंक का हो और वो किसी भी ऐप का इस्तेमाल कर रहा हो।
उद्देश्य
एक ही प्लेटफॉर्म से उपभोक्ता खरीद सकेंगे प्रोडक्ट्स
ONDC का उद्देश्य ई-कॉमर्स को वस्तुओं और सेवाओं की खरीद और बिक्री वाले प्लेटफॉर्म केंद्रित मॉडल से मुकाबले के लिए ओपन सोर्स नेटवर्क के जरिए इसे सभी के लिए उपलब्ध कराना है।
इसके जरिए उपभोक्ताओं को एक ही प्लेटफॉर्म के जरिए सभी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्मों से प्रोडक्ट्स खरीदने में सक्षम बनाना है।
ONDC वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) की एक पहल है।
ई-कॉमर्स
छोटे कारोबारी ई-कॉमर्स के जरिए कर सकेंगे व्यापार
ONDC स्वतंत्र ओपन नेटवर्क प्रोटोकॉल का उपयोग करता है और ये ओपन-सोर्स पद्धति पर आधारित है। इसके जरिए ई-कॉमर्स से लेकर कैब एग्रीगेटर तक में एकाधिकार वाली कंपनियों अमेजन, फ्लिपकार्ट से लेकर ओला, उबर आदि का वर्चस्व कम होगा।
ONDC ई-कॉमर्स का लोकतंत्रीकरण करेगा और छोटे कारोबारियों को ई-कॉमर्स के मौके देगा।
इससे छोटे कारोबारी भी अधिक खरीदारों तक पहुंच सकेंगे और व्यापार करने की उनकी लागत भी कम होगी।
खासियत
ONDC को सपोर्ट करने वाले ऐप के जरिए छोटे कारोबारी कर सकेंगे व्यापार
ONDC की खासियतों में डायनेमिक प्राइजिंग, इंवेंटरी मैनेजमेंट और डिलीवरी लागत को करना शामिल है।
दरअसल, ऑनलाइन शॉपिंग से पहले लोग अपने पास की दुकान से खरीदारी करते थे, लेकिन अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पूरे देश में सामानों की बिक्री करते हैं। इससे छोटे कस्बों और शहरों में दुकानदारों को बिजनेस में कड़ा मुकाबला करना पड़ रहा है।
ONDC के जरिए छोटे विक्रेता भी ONDC को सपोर्ट करने वाले किसी भी ऐप के जरिए सामान की बिक्री कर सकेंगे।
जानकारी
ONDC पर किसी ऐप का नहीं होगा एकाधिकार
ONDC कोई ऐसा प्लेटफॉर्म या ऐप नहीं है जिस पर किसी एक का अधिकार हो और उसी के नियम लागू होंगे। कई कंपनियां औऱ स्टार्टअप्स ONDC को सपोर्ट करने वाले ऐप बना रही हैं। ONDC धारा 8 के तहत स्थापित गैर-लाभकारी संगठन है।
एकाधिकार
ONDC को ऐसे समझें
अभी आप कोई सामान खरीदने के लिए अमेजन या फ्लिपकार्ट पर जाते हैं।
ONDC में आपको किसी एक प्लेटफॉर्म पर निर्भर नहीं रहना होगा।
ONDC को गूगल सर्च की तरह मान सकते हैं जहां आप कोई जानकारी खोजते हैं तो जितनी भी वेबसाइट उससे जुड़ी जानकारी देती हैं वो उन सभी को आपके सामने रख देता है।
उदाहरण के लिए आपको बिस्किट खरीदना है तो ONDC सभी बिस्किट बेचने वालों और उनके दाम की जानकारी आपको दे देगा।