अडानी एंटरप्राइजेज ने 20,000 करोड़ रुपये का FPO रद्द किया, लौटाएंगे निवेशकों का पैसा
अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) के बोर्ड ने पूरी तरह से सब्सक्राइब किए गए 20,000 करोड़ के फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को बुधवार रात को वापस ले लिया है। कंपनी ने इसके साथ आगे न बढ़ने का फैसला किया है। ऐसे में अब तक FPO को सब्सक्राइब करने वाले लोगों को उनका पूरा पैसा वापस किया जाएगा। कंपनी ने यह निर्णय शेयरों में आज आई 30 प्रतिशत की गिरावट और निवेशकों के हितों की रक्षा करने के लिए किया है।
आखिर क्या होता है FPO?
अगर कोई पहले से शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी फंड जुटाना चाहती है तो वो निवेशकों के लिए नए शेयर ऑफर करती है, उस स्थिति में FPO का इस्तेमाल होता है। यह शेयर बाजार में पहले से मौजूद कंपनी के शेयरों से अलग होते हैं। ये शेयर ज्यादातर प्रोमोटर्स जारी करते हैं और अपने हिस्से के शेयरों को बाजार में उतारते हैं। इन सबसे पहले बाजार में शेयर उतारने के लिए कंपनी को IPO लाना होता है।
कंपनी ने क्या दिया है बयान?
AEL की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कंपनी के निदेशक मंडल ने आज हुई बैठक में अपने अंशधारकों के हित में 20,000 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों का FPO आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया है। कंपनी ने कहा कि अभूतपूर्व स्थिति और मौजूदा बाजार की अस्थिरता को देखते हुए कंपनी का लक्ष्य FPO आय वापस करके और पूर्ण किए गए लेनदेन को वापस लेकर निवेशकों के हितों की रक्षा करना है।
AEL के चेयरमैन ने क्या दिया बयान?
AEL के चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा, "इस अवसर पर हमारे FPO के लिए आपके समर्थन और प्रतिबद्धता के लिए बोर्ड सभी निवेशकों को धन्यवाद देता है। FPO के लिए सब्सक्रिप्शन कल सफलतापूर्वक बंद हो गया था। पिछले सप्ताह के दौरान स्टॉक में अस्थिरता के बावजूद कंपनी के व्यवसाय और इसके प्रबंधन में आपका विश्वास बेहद आश्वस्त और विनम्र रहा है। ऐसे में कंपनी अपने सभी निवेशकों का दिल से आभार जताती है।"
कंपनी के लिए निवेशकों का हित सर्वोपरि- अडाणी
अडाणी ने कहा, "आज बाजार अभूतपूर्व रहा है और दिन में हमारे शेयरों की कीमत में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। इन असाधारण परिस्थितियों को देखते हुए कंपनी के बोर्ड को लगा कि इस मामले पर फिलहाल आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा।" उन्होंने कहा, "निवेशकों का हित सर्वोपरि है और इसलिए उन्हें किसी भी संभावित वित्तीय नुकसान से बचाने के लिए बोर्ड ने FPO के साथ आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया है।"
अडाणी समूह पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद आई मौजूद स्थिति
पिछले सप्ताह हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में गौतम अडाणी पर 'कार्पोरेट जगत की सबसे बड़ी धोखाधड़ी' का आरोप लगाया था। अडाणी समूह के शेयरों की सार्वजनिक बिक्री शुरू होने से पहले यह रिपोर्ट सामने आई थी। इसमें दावा किया गया था कि अडाणी समूह की कंपनियों पर इतना कर्ज है, जो पूरे समूह को वित्तीय तौर पर अधिक जोखिम वाली स्थिति में खड़ा कर देता है। हालांकि, अडाणी समूह ने इन आरोपों का खंडन किया है।