फाॅक्सवैगन ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए रिवियन की साझेदारी, होगा यह फायदा
इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए फॉक्सवैगन ने दिग्गज EV निर्माता टेस्ला की प्रतिद्वंद्वी रिवियन में 5 अरब डॉलर (करीब 41,790 करोड़ रुपये) तक का निवेश करने की घोषणा की है। इस साझेदारी का उद्देश्य एक संयुक्त उद्यम के माध्यम से जर्मन कार निर्माता और अमेरिकी EV निर्माता के बीच आर्किटेक्चर और सॉफ्टवेयर को साझा करना है। बता दें, इस घोषणा के बाद रिवियन के शेयरों में लगभग 50 फीसदी का उछाल आ गया।
बढ़ते दबाव के कारण उठाया यह कदम
फॉक्सवैगन ने कहा कि वह शुरुआत में इलेक्ट्रिक ट्रक और SUV निर्माता रिवियन में 1 अरब डॉलर (करीब 8,358 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी और 2026 तक यह 4 अरब डॉलर (करीब 33,432 करोड़ रुपये) हो जाएगा। जर्मन कंपनी को यह कदम टेस्ला और चीन की BYD जैसी अन्य प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में बढ़ते दबदबे के चलते उठाना पड़ा है। फिलहाल फॉक्सवैगन ICE वाहनों से इलेक्ट्रिक में स्विच करने की कोशिश कर रही है।
साझेदारी से दोनों कंपनियों को होगा यह फायदा
यह साझेदारी फॉक्सवैगन को रिवियन के सॉफ्टवेयर तक तत्काल पहुंच प्रदान करेगी, जिससे जर्मन कार निर्माता इसे अपनी कारों में उपयोग कर सकेगा। दूसरी तरफ रिवियन को भी इस निवेश से खासा लाभ मिलेगा। वह R2 SUV को विकसित करना चाहती है, जिसके 2026 की शुरुआत में लॉन्च होने की उम्मीद है। साझेदारी से रिवियन को चिप्स जैसे आवश्यक कंपोनेंट सहित साझा आपूर्ति के माध्यम से परिचालन लागत को कम करने में मदद मिलेगी।