दशक का सबसे खराब रहा इस साल का त्योहारी सीजन, वाहनों की बिक्री 18 प्रतिशत घटी
सेमीकंडक्टर की कमी का असर इस साल ऑटोमोबाइल सेक्टर पर छाया रहा और त्योहारी सीजन के बावजूद वाहनों की बिक्री ने रफ्तार नहीं पकड़ी। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के मुताबिक, ऑटोमोबाइल सेक्टर की खुदरा बिक्री में इस साल वार्षिक आधार पर 18 फीसदी की गिरावट आई है। सेमीकंडक्टर की कमी से कंपनियों की उत्पादन क्षमता काफी हद तक प्रभावित हुई है, जिससे इसका असर बिक्री में दशक के सबसे बड़े गिरावट के रूप में देखा गया है।
क्या कहते हैं आकड़े?
FADA की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस साल त्योहारी सीजन में कुल 20,90,893 यूनिट्स की खुदरा बिक्री की गई है, जो 2020 में इस दौरान हुए बिक्री से 18 प्रतिशत कम है। पिछले साल त्योहारी सीजन में 25,56,335 यूनिट्स की खुदरा बिक्री की गई थी। जानकारी के लिए आपको बता दें कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में त्योहारी सीजन हर साल दशहरा से शुरू होकर 42 दिनों तक रहता है।
कैसी रही वाहनों की बिक्री?
आंकड़ों के आधार पर इस साल पैसेंजर व्हीकल की खुदरा बिक्री 3,24,542 यूनिट्स रही, जो पिछले साल त्योहारी सीजन में हुई 4,39,564 यूनिट्स बिक्री से 26 प्रतिशत कम थी। दूसरी तरफ कमर्शियल वाहनों की बिक्री 2020 में हुए 70,361 यूनिट्स के मुकाबले 10 प्रतिशत बढ़कर 77,066 यूनिट्स हो गई है, जिससे इस त्योहारी सीजन कमर्शियल वाहनों की बिक्री में थोड़ी तेजी देखी गई। इस तरह चार पहिया वाहन सेगमेंट में बिक्री में मिला-जुला असर देखने को मिला है।
दोपहिया की बिक्री में कमी तो तिपहिया गाड़ियों की बढ़ी बिक्री
चार पहिया वाहनों के साथ ही दोपहिया वाहनों की बिक्री पर भी सेमीकंडक्टर की कमी का असर देखा गया है। इस साल दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री 18.49 प्रतिशत घटकर 15,79,642 यूनिट्स की रही, जो 2020 में 19,38,066 यूनिट्स थी। हालांकि, तिपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री 53 प्रतिशत बढ़कर 52,802 यूनिट्स हो गई, जो पिछले साल 34,419 यूनिट्स थी। इस तरह तिपहिया वाहन सेगमेंट अकेला ऐसा सेगमेंट है जिसके मांग में जबरदस्त तेजी देखी गई है।
पिछले साल अक्टूबर की तुलना में भी बिक्री में हुई है कमी
अगर सिर्फ अक्टूबर 2020 से इस साल अक्टूबर में हुई खुदरा बिक्री की तुलना की जाए तो इसमें भी 5.33 प्रतिशत की कमी देखी गई है। पिछले साल अक्टूबर में कुल 14,41,299 वाहनों की खुदरा बिक्री हुई थी, जो इस साल घटकर 13,64,526 यूनिट्स हो गई। इसमें अक्टूबर, 2020 की तुलना में इस साल की बिक्री में पैसेंजर वाहनों में 11.38 प्रतिशत की, दोपहिया वाहनों में 6 प्रतिशत की कमी देखी गई है।
FADA के अध्यक्ष ने कही ये बात
FADA के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने कहा, "इस साल हमने पिछले एक दशक का सबसे खराब त्योहारी सीजन देखा है। सेमीकंडक्टर की कमी, जो पहले से बड़ा संकट था, ने अब अपना असली रंग दिखाया है। अच्छी मांग के बावजूद हम ग्राहकों की जरूरतों को पूरा नहीं कर सके क्योंकि SUV, कॉम्पैक्ट-SUV और लग्जरी सेगमेंट में वाहनों की भारी कमी देखी गई।" गौरतलब है कि एंट्री-लेवल कारों की मांग में भी कमी देखी गई क्योंकि ग्राहकों पैसे बचाना जारी रखा।
क्यों कम पड़ रहे सेमीकंडक्टर?
पूरा विश्व कोरोना वायरस महामारी से लड़ रहा है। महामारी की वजह से दुनियाभर में लॉकडाउन की स्थिति भी रही थी और लगभग सभी छोटे-बड़े कारोबार बंद थे। इसी दौरान सेमीकंडक्टर बनाने वाली कंपनियां भी इस महामारी से प्रभावित हुई और उनके उत्पादन में असर पड़ा, जिस वजह से आज दुनियाभर में सेमीकंडक्टर की कमी आई है। सिर्फ कोविड-19 ही नहीं, अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वार की वजह से भी सेमीकंडक्टर की कमी हुई है।