
निसान भारतीय परिचालन को बढ़ाने की योजना, जानिए क्यों लिया निर्णय
क्या है खबर?
कार निर्माता निसान ने 2027 की शुरुआत तक मेक्सिको स्थित अपने सिवैक प्लांट को बंद करने की घोषणा की है। अब वह अपने भारतीय परिचालन में निवेश में तेजी ला रही है। सिवैक से पहले 2020 में बार्सिलोना प्लांट बंद हुआ था। इन प्लांट से बचाए गए संसाधन भारत जैसे प्रमुख बाजारों को मजबूत करेंगे, जहां उसका लक्ष्य 2030 तक 5 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करना है, जो वर्तमान में 1.2 प्रतिशत है।
उत्पादन
उत्पादन बढ़ाने की तैयारी
निसान की वैश्विक पुनर्गठन योजना में पुष्टि की गई इस पहल का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) और उभरती अर्थव्यवस्थाओं की ओर बढ़ते रुझान के बीच व्यावसायिक दक्षता बढ़ाना है। इसके लिए वह उत्पादन क्षमता को बढ़ाने की योजना बना रही है। वह रेनो के साथ मिलकर चेन्नई प्लांट संचालित करती है, जो वर्तमान में अपनी 4.8 लाख की वार्षिक क्षमता के मात्र 8 प्रतिशत पर चल रहा है। कंपनी अब इस हब को पुनर्जीवित करने की योजना बना रही है।
निवेश
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए करेगी निवेश
सूत्रों के अनुसार, निसान-रेनो की 2027 तक 5,300 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना है। इससे EV बैटरी असेंबली का स्थानीयकरण, आपूर्तिकर्ताओं के साथ साझेदारी और चेन्नई में नया कनेक्टेड-कार तकनीकी केंद्र विकसित करना है। कार निर्माता की नई निसान मैग्नाइट और इसका इलेक्ट्रिक वर्जन लाने की योजना है। रेनो भी आगामी इलेक्ट्रिक कारों (क्विड और SUV) के लिए चेन्नई प्लांट का उपयोग कर सकती और दोनों कंपनियाें की भारत को निर्यात हब बनाने पर भी जोर रहेगा।